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नक्सल इलाकों में आधी आबादी की स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार, 13 प्रखंडों में बन रहे प्रसव केंद्र

-गर्भवती माताओं को मिलेगी प्रसव कराने की बेहतरीन सुविधाएं -स्किल बर्थ अटेंडेंट (एएनएम)को दिया जाएगा विशेष प्रशिक्षण -मातृत्व-शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम को बेहतर बनाना प्राथमिकता सिविल सर्जन --------- -20 प्रखंडों में एल वन सेंटर बनाने की है योजना ------ जागरण संवाददाता गया

By JagranEdited By: Published: Sun, 16 Feb 2020 11:34 PM (IST)Updated: Sun, 16 Feb 2020 11:34 PM (IST)
नक्सल इलाकों में आधी आबादी की स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार, 13 प्रखंडों में बन रहे प्रसव केंद्र
नक्सल इलाकों में आधी आबादी की स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार, 13 प्रखंडों में बन रहे प्रसव केंद्र

गया । आधी आबादी को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए सरकार निरंतर प्रयासरत है। गया जिले के नक्सल प्रभावित सभी 20 प्रखंडों में आधी आबादी के लिए एक नई योजना बनी है। महिलाओं से जुड़ी स्वास्थ्य सुविधाओं को और विस्तार दिया जा रहा है। नीति आयोग की विशेष केंद्रीय सहायता योजना(एससीए) से नक्सल प्रखंडों में एल वन सेंटर (प्रसव केंद्र) की योजना बनी है। यहां गर्भवती महिलाओं को आधुनिक तरीके से प्रसव कराने की हर सुविधा उपलब्ध रहेगी। मरीजों को भर्ती लेने के लिए यहां शुरुआत में 4 बेड लगाए जाएंगे। यहां इलाज, दवा,जांच व दूसरी सभी प्रसव सुविधाएं बिल्कुल मुफ्त मिलेगी। प्रखंड मुख्यालयों में पहले से पीएचसी अस्पताल संचालित है। मातृत्व-शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम को एल वन सेंटर और अधिक आधुनिक तरीके से विस्तार देगी। इस योजना पर काम शुरू कर दिया गया है।

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एएनएम को विशेष तौर

पर दिया जाएगा प्रशिक्षण

योजना के अनुसार सभी चिह्नित प्रखंड मुख्यालयों में एल वन सेंटर बनेंगे। इसके लिए भवन बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। फिलहाल जिले के 13 प्रखंडों में एल वन सेंटर का भवन बन रहा है। सात प्रखंडों में जमीन से जुड़े मसले को लेकर निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका है। जिला प्रशासन सभी जगहों पर एलवन सेंटर को शुरू करना चाहती है। इन सेंटर में चार स्पेशल बेड लगाए जाएंगे। वहां सुरक्षित प्रसव से लेकर अन्य दूसरी तरह की तमाम सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। केंद्रीय योजना से बनने वाले इन सेंटर पर स्किल बर्थ अटेंडेंट (सभी महिला कर्मी)अपनी सेवाएं देंगी। योजना के अनुसार इसके लिए 250 एएनएम को विशेष तौर पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।

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स्वास्थ्य समिति उपलब्ध

कराएगी संसाधन

नक्सल प्रखंडों में बनने वाले एल वन सेंटर बनने के बाद इसे स्वास्थ्य महकमा को दे दिया जाएगा। सुरक्षित प्रसव से जुड़ी बेड व दूसरे तरह के सभी फर्नीचर संसाधन जिला स्वास्थ्य समिति के माध्यम से उपलब्ध कराए जाएंगे।

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मातृत्व-शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम को बेहतर तरीके से क्रियान्वित कराना सरकार की प्राथमिकता में है। एल वन सेंटर के माध्यम से गर्भवती माताओं का प्रसव कराया जाएगा। प्रखंड स्तर पर महिलाओं के लिए पहले से उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं में और विस्तार दिया जा रहा है। सुदूर ग्रामीण क्षेत्र की गर्भवती माताओं को लाभ मिलेगा।

डॉ. ब्रजेश कुमार सिंह, सिविल सर्जन


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