खुले मैदान में कराया गया पुनरीक्षण कार्य
निर्वाचन आयोग के निर्देश पर विशेष मतदाता संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। प्राप्त प्रपत्रों की जांच के लिए सोमवार को बीएलओ और सीआरसी की बैठक बुलाई गई।
निर्वाचन आयोग के निर्देश पर विशेष मतदाता संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। प्राप्त प्रपत्रों की जांच के लिए सोमवार को बीएलओ और सीआरसी की बैठक बुलाई गई। इसमें भाग लेने आए शिक्षकों को बैठने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई थी। इस पर बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति ने कड़ी आपत्ति दर्ज की। शिक्षकों का कहना है कि प्रखंड कार्यालय स्थित मनरेगा के मैदान में बिना सामियाना, टेंट और दरी के जमीन पर बैठकर काम करने को मजबूर होना पड़ा। जब इसकी शिकायत की गई तो दो घटे बाद केवल दो.चार दरी उपलब्ध कराई गई जो शिक्षकों की संख्या के अनुसार पयाप्त नहीं थी। यहा तक कि मतदाता जागरुकता और कार्यक्रम से जुड़े बैनर का उपयोग शिक्षक मैदान में बिछाकर बैठने के लिए किया।
बैठक में विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण अवधि में प्राप्त प्रपत्र 6, 7, 8, तथा 8क के डिजिटाइजेशन के पश्चात स्वीकृत व अस्वीकृत प्रपत्रों की फाइलों की जांच की गई। विधानसभा के टिकारी प्रखंड से कुल 9623 आवेदन जिला निर्वाचन कार्यालय भेजा गया था। इसमें 803 आवेदन साक्ष्य के अभाव व अन्य कारणों से अस्वीकृत कर पुन: प्रखंड निर्वाचन कार्यालय को लौटा दिया गया था। जिला से अस्वीकृत किए गए प्रपत्रों में प्रपत्र 6 के 313, प्रपत्र 7 के 20 और प्रपत्र 8 के 470 मामले हैं। जाच के बाद प्रपत्र 12, 13 और 14 की जांच कर अंतिम रूप दिया गया।
इस दौरान बीडीओ वेद प्रकाश और अनुमंडल निर्वाचन पदाधिकारी राजीव रंजन ने जमीन पर बैठकर काम करने के बारे कुछ नहीं बोले। जांच-पड़ताल करते हुए बीएलओ और सीआरसी को जांच का कार्य ठीक से करने का निर्देश दिया।