Move to Jagran APP

बाजार में बेमौसम बिक रहे पीले-पीले आम

गया । शहर में पीले-पीले पके आम लोगों को लुभा रहे हैं। लेकिन डॉक्टर की सलाह है कि देख्

By JagranEdited By: Published: Fri, 17 May 2019 02:31 AM (IST)Updated: Fri, 17 May 2019 06:32 AM (IST)
बाजार में बेमौसम बिक रहे पीले-पीले आम
बाजार में बेमौसम बिक रहे पीले-पीले आम

गया । शहर में पीले-पीले पके आम लोगों को लुभा रहे हैं। लेकिन डॉक्टर की सलाह है कि देख परख कर ही खरीदें। ये कहीं कार्बाइड से पके आम तो नहीं! यह स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है। मुख्य मंडी केदारनाथ मार्केट समेत अन्य जगहों पर आम की आवक हो गई है। ये पके भी हैं, पर इसका स्वाद कुछ अलग है। बहुत मीठा भी नहीं।

loksabha election banner

-------------------

अभी नहीं पहुंचा है भागलपुर का मालदह आम

भागलपुर का मालदह आम अभी बाजार में नहीं आया है। अगले एक सप्ताह में आने की उम्मीद है। केदारनाथ मार्केट के फल विक्रेता अर्जुन प्रसाद ने बताया कि अभी ओडिशा, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु से आम आ रहा है। मंडी में गुलाब खास, बैगन पुली और तोतापरी आम तमिलनाडु से आ रहा है। मालदह और दशहरी ओडिशा से आ रहा है। पश्चिम बंगाल से हेमसागर और मालदह आ रहा है। लेकिन भागलपुर का मालदह आम काफी स्वादिष्ट होता है। इसके आने में अभी समय है।

-------------------

कृत्रिम तरीके से पकाया जाता है आम

क्या ये आम सामान्य रूप से पके हुए हैं, यह सवाल कई विक्रेताओं से किया गया। उन्होंने दबी जुबान यह स्वीकार किया कि इसमें कार्बाइड का प्रयोग किया जाता है। आम बगीचा से कच्चा ही आता है। जब पेटी में बंद किया जाता है तो उसी समय कार्बाइड डाल दिया जाता है। दूसरे राज्यों से यहां तक पहुंचने में तीन-चार दिन लगता है। तब तक आम पक जाते हैं। यदि नहीं पके तो फिर कार्बाइड डाल दिया जाता है।

-----------------------

हर दिन तीन ट्रक आम की खपत

मंडी में प्रत्येक दिन तीन ट्रक आम लाए जा रहे हैं। प्रत्येक ट्रक पर पंद्रह टन आम रहता है। जब भागलपुर से मालदह आम की आवक शुरू हो जाती है तो बिक्री तीन से चार गुना तक बढ़ जाती है।

------------------

सौ रुपये किलो बिक रहा

अभी आम में स्वाद नहीं है, इसलिए बिक्री कम है। फल विक्रेता उदय कुमार ने बताया कि लोग भागलपुर के मालदह का इंतजार करते हैं। अभी जो आम उपलब्ध हैं, वे 70 से सौ रुपये किलो बिक रहे हैं।

-------------------

काबाईड पूरी तरह से जहर है। एक से दो महीना तक इसका प्रयोग किया जाए तो कैंसर भी हो सकता है। यह पेट को खराब कर देता है। इससे डायरिया, उल्टी के साथ गला भी खराब हो सकता है। प्रतिबंध के बावजूद धड़ल्ले इसका इस्तेमाल हो रहा है। फलों को पकाने में इसका प्रयोग बिल्कुल गलत है। ऐसे फलों के सेवन से व्यक्ति बीमार पड़ सकता है। अगर कोई व्यक्ति काबाईड बेचते हुए पकड़ा जाता है तो उसे जेल भी हो सकती है।

डॉ. नीरज कुमार

अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल, गया


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.