आठ माह बाद भी नंदनी हत्याकांड में आरोप पत्र नहीं हुआ दाखिल
गया। नंदनी हत्याकांड के आठ माह गुजर गए, लेकिन आरोपित पुलिस की पकड़ से बाहर है। जांच-पड़ताल भी काफी
गया। नंदनी हत्याकांड के आठ माह गुजर गए, लेकिन आरोपित पुलिस की पकड़ से बाहर है। जांच-पड़ताल भी काफी धीमी गति से चल रही है। इसका प्रतिफल है कि नंदनी की निर्मम हत्या मामले में आठ माह गुजरने के बाद भी कोतवाली थाने की पुलिस ने आरोप पत्र दाखिल नहीं किया है। इस कारण मामले में ट्रायल भी शुरू नहीं हुआ है। आरोपित पर पुलिस का शिकंजा नहीं कसा गया है।
विदित हो कि 18 सितंबर 18 को कोतवाली थाने क्षेत्र के दुखहरणी मंदिर रोड में रत्ना भवन में किराये के मकान में 22 वर्षीय नंदनी कुमारी रहती थी। उसकी चाकू घोंपकर निर्मम हत्या कर दी गई थी। मृतक औरंगाबाद जिले के रहने वाली थीं। पूर्व में यह नर्तकी थी। हत्या के वक्त उसका छोटा बेटा भी मौजूद था, जिसका बयान पुलिस ने ली थी। उस पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। साथ ही सीसीटीवी का फुटेज भी मिला था। फिर भी आरोपित को पकड़ा नहीं गया।
इधर, नगर पुलिस उपाधीक्षक राज कुमार शाह ने बताया कि नंदनी हत्याकांड का आरोप पत्र तैयार हो गया है। लोकसभा चुनाव और पुलिस पदाधिकारी के तबादले के कारण आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल नहीं हुआ है। लोकसभा चुनाव से लौटते ही आरोप पत्र दाखिल कर दिया जाएगा। इस मामले में एक मात्र आरोपित मनीष तिवारी है, जो अभी न्यायालय से अग्रिम जमानत पर है। इस कारण से उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई है। इस मामले में नामजद होने के कारण मनीष के खिलाफ न्यायालय में स्पीडी ट्रायल चलाने के लिए आवेदन दी जाएगी ताकि इस मामले में पीड़ित परिवार को त्वरित गति से न्याय मिल सके। मनीष का बेल तोड़वाने के लिए भी न्यायालय से आग्रह किया जाएगा।