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न सुविधाएं और न ही समय पर निपटाए जाते हैं कार्य

गया । वर्ष 1955 में बना टिकारी प्रखंड सह अंचल कार्यालय में मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव हे। जिले के स

By JagranEdited By: Published: Mon, 06 May 2019 08:12 PM (IST)Updated: Mon, 06 May 2019 08:12 PM (IST)
न सुविधाएं और न ही समय पर निपटाए जाते हैं कार्य
न सुविधाएं और न ही समय पर निपटाए जाते हैं कार्य

गया । वर्ष 1955 में बना टिकारी प्रखंड सह अंचल कार्यालय में मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव हे। जिले के सबसे बड़े इस प्रखंड में 23 पंचायत शामिल हैं। एक बड़े भूभाग में बने कार्यालय भवन की स्थिति अत्यंत जर्जर है। इसमें बैठकर काम करने से अधिकारी और कर्मचारी डरते हैं। डरें भी क्यों नहीं, पूरे कार्यालय भवन की छत 17 माह से जक पर टिकी है। यहा आने वाले लोगों से लेकर कार्यालय कर्मियों के पीने के लिए पानी तक की व्यवस्था नहीं है। एक चापाकल है, जो काफी दिनों से खराब है। कार्यालय परिसर में एक मिनी प्याऊ भी है, जो महीनों से बंद पड़ा है। कार्यालय परिसर में आम लोगों के लिए शौचालय तो दूर एक यूरिनल तक की व्यवस्था नहीं है। इसकी चहारदीवारी भी ध्वस्त हो चुकी है।

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कार्यालय समय से पहले से आरटीपीएस के काउंटर पर बने चेयर पर कई लोग बैठकर कार्यालय खुलने का इंतजार कर रहे हैं। इसमें कई लोग 10 से 15 किमी दूर से आधार बनवाने, त्रुटि में सुधार करने, आय, आवासीय, जाति प्रमाणपत्र बनवाने के लिए आए थे। कुसाप गाव की प्रीति कुमारी आवासीय प्रमाणपत्र लेने के लिए दूसरी बार आई थी। रवीना कुमारी इजमाइल बलवापर से जाति और आवासीय प्रमाणपत्र, रूपन विगहा से सरिता कुमारी और पूनम कुमारी जाति और आवासीय प्रमाणपत्र लेने के लिए बैठी थीं। वहीं, कोंच के जमालपुर आधार कार्ड में नाम सुधारने, महमना के अरुण शर्मा दो माह से आधार निर्माण के लिए कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं। आधार निर्माण सेंटर बंद मिलता है या खुला है तो तकनीकी कारणों से काम नहीं हो रहा है। विशुनगंज से छात्र संगम कुमार, महमना से गुड्डू कुमार भी आधार में नाम सुधार के लिए कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं। इसी प्रकार की शिकायत लेकर धीरे-धीरे कई लोग सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों से कार्यालय आते हैं। यह सिलसिला एक दिन का नहीं, रोज का है। आय, जाति और आवासीय आदि प्रमाणपत्र का काम तो हो जा रहा है, लेकिन आधार निर्माण या सुधार संबंधी कार्य 20 नवंबर से नहीं हो रहा है। बीच में दो चार दिन इससे संबंधित कार्य हुए थे।

कार्यालय परिसर बड़ा होने के कारण 10:15 बजे तक झाड़ू लगता रहा। सोमवार को कार्यालय में सबसे पहले 10 बजे प्रभारी प्रखंड नाजिर सह प्रधान सहायक मुकेश कुमार और जीपीएस एन के वरुण प्रवेश करते हैं। अपना कक्ष साफ होने का गेट पर खड़े होकर इंतजार करते हैं। कक्ष की सफाई होते ही 10:05 बजे अपने चेयर पर बैठ फाइल का अवलोकन करने में दोनों लग जाते हैं। इसी बीच स्वच्छता में ऑपरेटर का काम करने वाले सुभाष कुमार, आवास सहायक अमरेंद्र प्रताप, कार्यपालक सहायक मो. वाहिद की कार्यालय में प्रवेश होती है और अपने अपने कार्य में लग जाते हैं।

10:11 बजे बीडीओ उदय कुमार, जेएसएस बालमुकुंद प्रसाद, पंचायत सचिव महेंद्र प्रसाद और दैनिक मजदूरी पर काम करने वाला कंप्यूटर ऑपरेटर शकील एक साथ कार्यालय पंहुचते हैं। सभी बीडीओ के साथ उनके चैंबर में बैठ जाते हैं। सूचना मिलते ही जीपीएस और प्रखंड कृषि पदाधिकारी गोपाल रंजन भी बीडीओ के चैंबर में आ जाते हैं। बीडीओ सभी को दिशा-निर्देश देते हुए उसका निपटारा करने को कहते हैं।

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चार सचिव 11:30 बजे तक नहीं पहुंचे तो कार्रवाई का निर्देश

दैनिक जागरण के अभियान ऑन द स्पॉट के तहत कार्यालय की टाइम टू टाइम रिपोर्टिंग होने की भनक जब बीडीओ को लगती है तो वे 10:30 बजे उपस्थिति पंजी मंगवाते हैं। उक्त समय तक कार्यालय नहीं आने वाले दो पर्यवेक्षक पदाधिकारी सहित आठ कर्मियों की हाजिरी काटते हुए उनके विरुद्ध स्पष्टीकरण की करवाई की चिट्ठी टाइप होने लगती है। तब तक 11 बज जाते हैं। इस समय पूर्व निर्धारित समय के अनुसार पंचायत सचिव के साथ बीडीओ की बैठक का समय हो जाता है। आठ पंचायत सचिव में से चार सचिव 11:30 बजे तक उपस्थित नहीं हो सके। इन सब के विरुद्ध भी बीडीओ द्वारा करवाई का निर्देश दिया जाता है।

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कई लोगों ने की कार्य समय

पर नहीं होने की शिकायत

बीडीओ के चैंबर में केसो बीघा से दो छात्रा प्रिया और सविता मिलने आती है और आधार नहीं बनने की शिकायत करती है। बीडीओ आधार सेंटर के रिसोर्स पर्सन विजय कुमार झा से दूरभाष पर बात कर आधार से संबंधित उत्पन्न समस्या से अवगत कराते हुए समाधान का आग्रह करते हैं। बीडीओ दो दिनों में समस्या के समाधान का भरोसा देते हैं। इस दौरान लाव की सीमा कुमारी इंदिरा आवास योजना की दूसरी किस्त 2012 से नहीं मिलने की शिकायत करती है। इस पर बीडीओ ने बताया कि लाभुक के विरुद्ध शिकायत मिली है, जिसकी जाच के बाद सही पाए जाने पर बकाया राशि भुगतान कर दिया जाएगा। इस बीच, बालाविगहा के सियाराम दास बीडीओ के पास अनुमंडलीय अस्पताल की शिकायत लेकर आते हैं कि वंहा एंटीरैबिज का वैक्सीन नहीं दिया जा रहा है। बीडीओ ने प्रभारी अस्पताल उपाधीक्षक को फोन लगाकर इसका कारण पूछते हैं तो जबाब मिलता है कि वैक्सीन खत्म हो गया। दो तीन दिन में आने की संभावना है।

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दिसंबर से वेतन नहीं

यहां कार्यरत कर्मचारी दिसंबर से वेतन नहीं मिलने से दुखी और परेशान हैं। इसका कारण आवंटन की माग नहीं करने और स्थापना सहायक के डेपोटेशन में गया चले जाना बताया जा रहा है।

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चापाकल की जल्द मरम्मत होगी

बीडीओ उदय कुमार ने बताया कि मिनी प्याऊ चालू हालत में है। कभी कभी टंकी में पानी खत्म हो जाता है। जहां तक चापाकल खराब होने की बात है तो उसे शीघ्र ठीक करा दिया जाएगा। शौचालय एक कार्यालय के अंदर और दूसरा आइसीडीएस कार्यालय परिसर में बना है।

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53 में से 23 पद रिक्त

जर्जर भवन में संचालित प्रखंड सह अंचल कार्यालय समस्याओं के मकड़जाल से घिरा है। इसके कायापलट के लिए न तो वरीय अधिकारी और न ही जनप्रतिनिधि संवेदनशील हैं। प्रखंड में कुल 53 पद स्वीकृत हैं। इनमें 30 कार्यरत और 23 पद रिक्त हैं। इसी प्रकार अंचल कार्यालय में भी 21 में से मात्र 11 पद रिक्त हैं।

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