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शेरघाटी में दिन भर होता रहा विरोध, आज निकलेगा जुलूस

संवाद सहयोगी, शेरघाटी : शेरघाटी में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पुलिस प्रशासन के प्रति नाराजगी जाहिर

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Sep 2018 07:03 PM (IST)Updated: Sat, 22 Sep 2018 07:03 PM (IST)
शेरघाटी में दिन भर होता रहा विरोध, आज निकलेगा जुलूस

संवाद सहयोगी, शेरघाटी : शेरघाटी में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पुलिस प्रशासन के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए मुहर्रम का जुलूस नहीं निकाला। शुक्रवार की देर शाम एसएसपी से वार्ता के बाद वे राजी हुए और अब शनिवार को जुलूस निकलेगा।

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दिन भर विरोध का स्वर मुखर होता रहा। यह बात जिला मुख्यालय तक पहुंचने के बाद देर शाम वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा नाराज लोगों से बातचीत करने के लिए शेरघाटी पहुंचे। उनके साथ स्थानीय विधायक विनोद कुमार यादव व एएसपी अभियान अरूण कुमार सिंह भी थे। बैठक करीब एक घंटे तक चली। इसके बाद लोग जुलूस निकालने को राजी हुए। उन्होंने बताया कि चूंकि शुक्रवार को रात हो गई है, इसलिए जुलूस शनिवार को निकालने पर राजी हो गए।

लोगों में प्रशासन की पाबंदियों से आक्रोश था। लोगों का कहना था कि प्रशासन द्वारा संख्या, रूट और लाठी-डंडे व पारंपरिक हथियारों को लेकर कई तरह की पाबंदी लगा दी गई थी। इस बात को लेकर उर्दू मोहल्ला स्थित सामुदायिक भवन परिसर में एक बैठक हुई। इसमें ग्रामीण व शहरवासियों की बैठक मो. मुसा की अध्यक्षता में हुई। मौके पर मशरूर आलम भी उपस्थित थे। उन्होंने बताया कि प्रशासन ने पारंपरिक लाठी डंडे के अलावा जुलूस में शामिल होने के लिए संख्या भी निश्चित कर दी है। संख्या निश्चित रख पाना मुश्किल होगा। उन्होंने कहा कि डीएसपी द्वारा पूर्व की बैठक में स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि अगर आदेश के अनुपालन में कोताही की गई तो तत्काल नहीं, लेकिन बाद में वीडियो फुटेज के आधार पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जिन्हें लाइसेंस दिया गया है, उसमें सौ लोगों को जुलूस में शामिल रहने का आदेश प्राप्त है। बैठक में शामिल लोगों ने एक स्वर से हाथ उठाकर जुलूस नहीं निकालने का निर्णय लिया। इसके साथ ही शनिवार को निकलने वाले जुलूस के लिए तब ही सहमति बनी है, जब डीएम व एसएसपी के साथ आमलोगों की बैठक में निर्णय होगा।

पूर्व वार्ड पार्षद मो. तन्नु ने कहा कि करीब 40 मुस्लिम महिलाओं को भी 107 के तहत नोटिस दिया गया है। उन्होंने कहा कि जुलूस के मार्ग में मंदिर पड़ता है तो वहा नहीं रूकना है। यह बोर्ड प्रशासन द्वारा लिखाकर लगवा दिया गया है। इसी प्रकार माइक बजाने पर प्रतिबंध लग गया है। इतनी सारी बंदिशों में जुलूस को निकालना संभव नहीं लग रहा है। उन्होंने कहा कि जेल में बंद कैदी का नाम भी 107 की सूची में शामिल है।


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