पिंडवेदियों का किया जा रहा रंग-रोगन
जागरण संवाददाता, बोधगया : पितृपक्ष महासंगम आगामी 23 सितंबर से शुरू हो रहा है। शनिवार से पिंडदानिय
जागरण संवाददाता, बोधगया : पितृपक्ष महासंगम आगामी 23 सितंबर से शुरू हो रहा है। शनिवार से पिंडदानियों का आगमन शुरू हो जाएगा। उसके बाद एक पखवारे तक चलने वाले पिंडदान के कर्मकांड की शुरुआत होगी। बोधगया स्थित पिंडवेदियों पर पितृपक्ष के तृतिया तिथि को पिंडदान का विधान है। यानि 27 सितंबर को धर्मारण्य, मातंगवापी में पिंडदान और सरस्वती नदी में तर्पण के पश्चात विश्वदाय धरोहर महाबोधि मंदिर में भगवान बुद्ध का दर्शन के विधान को पिंडदानी पूरा करेंगे। धर्मारण्य पिंडवेदी को प्रखंड स्तर से रंग-रोगन कराया जा रहा है। जबकि परिसर की साफ-सफाई धर्मारण्य मंदिर प्रबंधन समिति के सदस्यों द्वारा किया जा रहा है। पुजारी जर्नादन पांडेय बताते हैं कि नगर पंचायत से सफाईकर्मी भेजने की बात यहां आए अधिकारियों द्वारा कहा गया था। लेकिन गुरुवार तक कोई सफाईकर्मी नहीं आया। मातंगवापी पिंडवेदी का रंग-रोगन व साफ-सफाई कार्य बकरौर पंचायत के पूर्व मुखिया उमाशंकर पाठक के सौजन्य से कराया जा रहा है। यहां प्रतिवर्ष भारत स्काउट एवं गाइड के स्टाउटरों की तैनाती पिंडदानियों के सुविधा के लिए किया जाता है। साथ ही निश्शुल्क चिकित्सा शिविर लगाया जाता है। वहीं, सरस्वती मंदिर का जीर्णोद्धार स्थानीय समाजसेवी द्वारा कराया गया है। विश्वदाय धरोहर महाबोधि मंदिर के केयरटेकर भंते दीनानंद बताते हैं पितृपक्ष में काफी संख्या में पिंडदानी मंदिर में पिंडदान करते हैं। उनके लिए मुचलिंद सरोवर के समीप व्यवस्था की गई है। साफ-सफाई के लिए अतिरिक्त सफाईकर्मी की तैनाती की जाएगी। पिंड सामग्री मुचलिंद सरोवर में न फेंका जाए। इसका विशेष ख्याल रखा जाएगा।