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ध्यानार्थ औरंगाबाद ::: अंजलि जिंदा है तो जिसकी मौत हुई वह कौन थी

पेज-3 -रहस्य गहराया, परिवार ने कहा बेटी से हुई है बात, जबकि परिवार ही कथित अंजलि को ले गए थे इलाज

By JagranEdited By: Published: Mon, 16 Apr 2018 03:06 PM (IST)Updated: Mon, 16 Apr 2018 03:06 PM (IST)
ध्यानार्थ औरंगाबाद ::: अंजलि जिंदा है तो जिसकी मौत हुई वह कौन थी
ध्यानार्थ औरंगाबाद ::: अंजलि जिंदा है तो जिसकी मौत हुई वह कौन थी

पेज-3

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-रहस्य गहराया, परिवार ने कहा बेटी से हुई है बात, जबकि परिवार ही कथित अंजलि को ले गए थे इलाज के लिए

संवाद सूत्र, डोभी : औरंगाबाद जिले के मदनपुर के रानी कुआं के पास से घायलावस्था में मिली जिस युवती को अंजलि बताया जा रहा था, वह अंजलि नहीं है। यह रहस्य अब गहरा गया है कि वह अंजलि नहीं तो कौन थी?

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पुलिस को घायल अवस्था में मिली थी युवती

बीते मंगलवार को पुलिस को मदनपुर थाना क्षेत्र में खून से लथपथ एक घायल युवती मिली थी। डोभी थाना क्षेत्र के घोंघवा निवासी यमुना पासवान के परिवार ने उसकी पहचान अपनी बेटी अंजलि के रूप में की। उसके भाई बलिराम ने भी इसकी पुष्टि की। उसे इलाज के लिए पटना रेफर किया गया, जहां शनिवार को उसकी मौत हो गई।

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वीडियो कॉल पर कौन अंजलि

इधर, शुक्रवार को यानी पटना में इलाजरत अंजलि की मौत से एक दिन पहले एक युवती ने घर में वीडियो कॉल करते हुए बताया कि वह जीवित है। उसने शादी कर ली है। उसकी मां और बहनों ने भी कहा कि अंजलि से ही बात हुई है।

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मृतका का शव थाने को सौंपा

जिसे अंजलि समझ कर जमुना पासवान का परिवार इलाज के लिए पटना ले गया था, उसका शव डोभी थाना की पुलिस को सौंप दिया है। यमुना पासवान ने कहा कि वह अंजलि नहीं थी। यह रहस्य अभी बरकरार है कि जब घायल अवस्था में उसे इलाज के लिए ले जाया गया तो उस समय परिवार ने उसकी पहचान कैसे नहीं की?

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सुरक्षित रखा गया शव

पुलिस ने युवती के शव को पहचान के लिए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल के शीतगृह में सुरक्षित रख दिया है। डोभी थानाध्यक्ष रविभूषण ने कहा कि शव की पहचान के लिए अस्पताल प्रशासन से डीएनए जांच का अनुरोध किया गया है। इसके बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि जिस युवती के शव को यमुना पासवान के घर वालों ने अज्ञात बताया, वह कौन है?

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परिवार के लोग ही ले गए थे इलाज को

थानाध्यक्ष रविभूषण ने बताया कि जिसकी मौत हो गई, उसे इलाज के लिए यमुना पासवान का परिवार ही पटना ले गया था। अंजलि बीते सप्ताह सोमवार को गया में मार्केटिंग करने के दौरान गायब हो गई थी, जिसकी सूचना थाना को दी गई थी। उन्होंने बताया कि अंजलि की मां सिबिया देवी ने भी शव की पहचान नहीं की। परिवार के अन्य सदस्यों ने भी उसे अंजलि के रूप में अस्वीकार किया। परिजनों ने यह बात बताई है कि उसकी बेटी ने वीडियो कॉल कर अपने जिंदा रहने की बात से अवगत करा दिया है। बताया जाता है कि अंजलि की शादी टनकुप्पा के बघाबिगहा निवासी सूरज पासवान से तय हुई है। इसके बाद अंजलि शादी का सामान खरीदने की बात बताकर सोमवार निकली। जब घर नहीं लौटी तो शुक्रवार को उसके पिता ने डोभी थाना में अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई।


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