अर्घ्य अर्पित करने के लिए नदी में बनाए जा रहे कुंड
गया। लोक आस्था का चार दिवसीय चैती छठ महापर्व बुधवार को नहाय खाय के साथ शुरू हो गया। छठ व्रतियों ने न
गया। लोक आस्था का चार दिवसीय चैती छठ महापर्व बुधवार को नहाय खाय के साथ शुरू हो गया। छठ व्रतियों ने नदी, तालाब आदि में पवित्र स्नान करने के बाद शुद्ध सात्विक भोजन कर छठ व्रत का अनुष्ठान शुरू किया। मोरहर नदी के पंचदेवता घाट पर स्नान करने वाले व्रतियों की भीड़ थी। यहां के अलावा इसके अलावा मऊ, रेवई आदि सूर्य मंदिर के साथ क्षेत्र के विभिन्न छठ घाटों पर स्नान के लिए व्रतियों की भीड़ दोपहर तक लगी रही।
अनुमंडल प्रशासन और पूजा समितियों द्वारा छठव्रतियों की सुविधा के लिए घाटों की साफ-सफाई के साथ अन्य जरूरी व्यवस्था शुरू कर दी गई है। एसडीओ मनोज कुमार द्वारा मोरहर नदी के पंचदेवता घाट पर जेसीबी की सहायता से कुंड का निर्माण शुरू करा दिया गया है। नगर पंचायत प्रशासन द्वारा कुंड निर्माण के लिए जेसीबी के साथ छठ घाट और मंदिर परिसर की सफाई के लिए सफाईकर्मी उपलब्ध कराए गए हैं। एसडीओ ने घाटो पर अर्घ्य अर्पण के लिए छह बड़े-बड़े कुंड के निर्माण का निर्देश दिया है। पंचानपुर, सिमुआरा, मऊ, रेवई आदि प्रमुख छठ घाटों पर साफ-सफाई की जा रही है।