मां के दरबार में पहुंचे भक्त, माथा टेक लिया आशीर्वाद
मोतिहारी। जिले के विभिन्न पूजा पंडालों में मां कालरात्रि की पूजा-अर्चना के साथ श्रद्धालुओं के लिए ख
मोतिहारी। जिले के विभिन्न पूजा पंडालों में मां कालरात्रि की पूजा-अर्चना के साथ श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया। मां के दरबार में पहुंचे भक्तों ने माथा टेक आशीर्वाद लिया। सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ मां के दर्शन को उमड़ पड़ी। खासकर महिलाओं की भीड़ अधिक रही। सभी पूजा पंडालों में मां के दर्शन व पूजन का दौर चलता रहा। शहर के बलुआ, राजाबाजार, छतौनी, बरियारपुर, मीनाबाजार, रघुनाथपुर, जानपुल, बंगाली कालोनी समेत अन्य स्थलों पर भक्तों की भीड़ रही। पूजा पंडालों में अत्याधुनिक तकनीक से लैश किया गया है। ध्वनि विस्तारक व महिषासुर संवाद व बध दर्शकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा। छतौनी में लगे मेला बच्चों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा।
सुगौली : माता का पट मंगलवार की सुबह खुलते ही प्रखंड के ग्रामीण व शहरी क्षेत्र छपवा चौक, सुगांव, सुगौली बाजार, छपरा बहास, भटहां, वनस्पति स्थान, करमवा, भेड़िहारी, रोशनपुर भटहा, सपहा, रघुनाथपुर, बगही समेत 24 जगहों पर पूजा अर्चना करने के लिए पुरुष, बच्चे व महिलाओं की भीड़ उमड़ पड़ी। पूजा समिति के स्वयंसेवक व पूजा समिति के सदस्य भीड़ को नियंत्रित करने में लगे हुए थे। स्थानीय प्रशासन के द्वारा शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूजा स्थलों पर पुलिस बल तैनात किया गया है। थानाध्यक्ष सुनील कुमार पुलिस बल के साथ गश्ती लगते देखे गए।
पताही : प्रखंड क्षेत्र के पताही, बखरी जिहुली, देवापुर बेलाही राम कोदरिया सुगापिपर सहित एक दर्जन जगहों पर आयोजित पूजा पंडालों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी।मेले में बच्चों के लिए मौत का कुआं सहित कई जगह पर कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। पूजा समिति के अध्यक्ष पप्पू ¨सह, श्रीनाथ शर्मा, हरिशंकर शिरूर पुननागा ने 4 दिनों तक लोक संस्कृति व रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।
कोटवा : प्रखंड के विभिन्न स्थानों पर हो रहे पूजा को लेकर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। अध्यक्ष वीरेंद्र प्रसाद ¨सह ने बताया कि यहां महिलाओं व पुरुषों के प्रवेश के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गई है। संस्था के सदस्यों द्वारा देवी दर्शन में श्रद्धालुओं को सहयोग किया जा रहा हैं। कमल मार्केट, गढ़वा खजुरिया, डुमरा, मुर्दाघटिया बाजार सहित कई जगहों पर पूजा की जा रही है। इस दौरान प्रमोद कुमार दुबे, मनीष ¨सह, राजू कुमार, संजीत महतो, मोहन ¨सह, हरेंद्र ¨सह, दिनेश ¨सह, उमेश साह, विजय ¨सह, रामेश्वर प्रसाद, अभय प्रसाद, भिखारी ¨सह, ¨रकू ¨सह, विनोद कुमार, राजेश मिश्रा सक्रिय दिखे। बंजरिया : दुर्गा पंडालों में माँ भगवती के विविध स्वरूपों वाली प्रतिमाओं के पट खुलते ही भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। प्रखंड क्षेत्र के बंजरिया साहू टोला, अजगरी माई स्थान, ¨सघिया हिवन चौक, गोबरी, झांकिया चौक, फुलवार चौक, चिचुरहिया, सेमरहिया आदि स्थानों पर धूमधाम से मां की पूजा-अर्चना की जा रही है। बीडीओ किरण कुमारी, सीओ शिव कुमार ¨सह व थानाध्यक्ष सुधीर कुमार ने संयुक्त रूप से सभी पूजा पंडालों का निरीक्षण किया। मौके पर अध्यक्ष प्रमोद ¨सह, दीपक कुमार ¨सह, दिलीप ¨सह, पप्पु ¨सह, मनोज चौधरी, नंदन कुमार, विक्की कुमार, राकेश, साहिल, संतोष, रजनीकांत, रमेश कुमार, कुंदन कुमार, अरुण कुमार, विट्टू कुमार, आनंद कुमार, राजीव रंजन, रोहित, भोला, ओम प्रकाश, मुकुल, संजीव, अविनाश कुमार, खुशहाल, जयप्रकाश आदि उपस्थित थे।
पीपरा : जिले प्रसिद्ध सीताकुंड धाम में 32वें वर्ष में माता की पूजा अर्चना धूमधाम से की जा रही है। अध्यक्ष गणेश प्रसाद जायसवाल ने बताया कि चार दिवसीय मेले में दर्शकों की सुरक्षा के लिए आधा दर्जन सीसी कैमरे लगाए गए हैं। उत्तरप्रदेश व नेपाल के कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की मनोहर प्रस्तुति दी जा रही हैं। आयोजन को सफल बनाने मे स्थानीय मुखिया संजय सहनी, श्याम जायसवाल, संस्थापक अध्यक्ष शिवचंद्र ¨सह, उपाध्यक्ष रामजन्म सहनी, कोषाध्यक्ष यज्ञानंद प्रसाद, सचिव अभय गुप्ता, सुकदेव प्रसाद, अरुण पाण्डेय, महासचिव मैनेजर ¨सह, राजेंद्र ठाकुर, रघुनंदन साह, शिव शंकर ठाकुर, काशी सहनी, वासुदेव गिरी, प्रमोद ¨सह , सुधीर पाण्डेय , मनीष दास, पुण्यदेव पासवान, व्यास मोहरलाल सहनी, महेश ¨सह,संजय पाण्डेय ,मुकेश कुमार ,छोटन पांडेय, चंदन पांडेय जुटे हैं।
अरेराज : अनुमंडल क्षेत्र के दर्जनों पूजा पंडालों में मंगलवार को वैदिक मंत्रोच्चार के बीच श्रद्धालुओं के दर्शन पूजन के लिए पट खोल दिए गए। शक्ति पीठ रढिया, जालपा माई स्थान, घोड़ासहन देवी, झखरा, कालीमंदिर योगियार, दुर्गामंदिर अरेराज, मशान माई, मुख्य चौक अरेराज, दुर्गा मंदिर हरदिया जनेरवा, शर्मा टोला, मननपुर, मलाही, सिरनी पिपरा, गो¨वदगंज, बलहा, जनेरवा, चंडीस्थान आदि पूजा स्थलों व मंदिरों में पूजा की जा रही है।