सीमावर्ती क्षेत्र में सक्रिय आतंकी संगठन बना रहे स्लीपर सेल
मोतिहारी। भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र में आंतकी संगठन अब स्लीपर सेल बनाने में जुटे हैं। इसकी खुफिया जानकारी सामने आई है। इस बात लेकर जिला पुलिस के साथ-साथ एसएसबी ने भी अपनी सक्रियता बढ़ा दी है।
मोतिहारी। भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र में आंतकी संगठन अब स्लीपर सेल बनाने में जुटे हैं। इसकी खुफिया जानकारी सामने आई है। इस बात लेकर जिला पुलिस के साथ-साथ एसएसबी ने भी अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। मिली जानकारी के अनुसार इसी मुद्दे पर पीपराकोठी में एसएसबी कैंप परिसर में जिला पुलिस, एसएसबी एवं विशेष शाखा के पदाधिकारियों की बैठक हुई, जिसमें इस बात पर विशेष रूप से चर्चा की गई। बैठक को एसएसबी के डीआइजी ने भी संबोधित किया। यह भी तय किया गया कि सीमा पर हथियार एवं मादक पदार्थों की तस्करी के साथ-साथ मानव व्यापार (ह्यूमेन ट्रैफिकिग) पर हर हाल में रोक लगाई जाए। इसके लिए खास रणनीति भी बनाई गई। यह बात भी सामने आई कि नक्सली भी अब नेपाल में सक्रिय होने लगे हैं। वे अपना संगठन मजबूत करने में लगे हैं। यहां बता दें कि भारत-नेपाल की सीमा पर पूर्व में कई आंतकी व नक्सली पकड़े जा चुके हैं। खुली सीमा होने के कारण आतंकी व नक्सली भी लगातार सीमा में प्रवेश करते रहे हैं। कई घटनाओं को भी अंजाम दे चुके हैं। इस बात की संभावना व्यक्त की गई है कि सीमावर्ती क्षेत्र में सक्रिय आतंकवादी संगठन सरकारी भवन, पुलिस कैंप सहित अन्य सरकारी प्रतिष्ठानों को निशाना बना सकते हैं। इसको लेकर डीजीपी ने भी सीमावर्ती जिला के सभी पुलिस अधीक्षक को सतर्कता बरतने को कहा है। उस निर्देश के आलोक में पुलिस अधीक्षक उपेंद्र कुमार शर्मा ने सभी थानाध्यक्षों को निर्देश दिया है कि अपने-अपने थाना क्षेत्रों में सक्रिय रहें तथा सूचना संग्रह कर आवश्यक कार्रवाई करें। सीमा पर सघन जांच अभियान चलाने का भी निर्देश दिया गया है। वहीं, पांच वर्षो पर नेपाल के बरियारपुर में लगने वाले गढ़ी माई मेले में इस बार भी पशु-पक्षी की बली पर रोक लगाई जाएगी। इसके साथ ही पशु तस्करी पर भी रोक लगाने की बात कही गई। मंदिर के पुजारी ने भी घोषणा की है कि इस बार बलि की जगह पर नारियल फोड़ा जाएगा। बैठक में एसएसबी के डीआइजी, कमांडेंट प्रियवर्त शर्मा, सहायक कमांडेंट मनोज कुमार, चकिया डीएसपी शैलेंद्र कुमार, पुलिस निरीक्षक मुकेशचंद्र कुमर के अलावा रेल पदाधिकारी व विशेष शाखा के अधिकारी भी मौजूद थे।