प्रखंड कार्यालय व बीआरसी में तालाबंदी कर शिक्षकों ने किया विरोध-प्रदर्शन
बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ मूल, परिवर्तनकारी शिक्षक महासंघ तथा टीईटी-एसटीईटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ गोपगुट ने संयुक्त रूप से बुधवार को प्रखंड कार्यालय एवं बीआरसी में तालाबंदी कर प्रदर्शन किया ।
मोतिहारी। बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ मूल, परिवर्तनकारी शिक्षक महासंघ तथा टीईटी-एसटीईटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ गोपगुट ने संयुक्त रूप से बुधवार को प्रखंड कार्यालय एवं बीआरसी में तालाबंदी कर प्रदर्शन किया । वहीं तालाबंदी कर प्रखंड प्रशासन और शिक्षा विभाग के विरुद्ध नारेबाजी की। साथ ही सभी शिक्षक बीआरसी परिसर के बाहर धरना पर बैठ गए। जिससे बीआरसी में चल रहे पांच दिवसीय प्रशिक्षण बाधित रहा। प्रदर्शन कर रहे शिक्षक प्रखंड क्षेत्र के उत्क्रमित मध्य विद्यालय श्रीपुर में शिक्षकों के साथ मारपीट मामले में बीईओ के आश्वासन के पांच दिन बीत जाने के बाद भी कार्रवाई नहीं होने पर विरोध जताया। कहा कि गुरू गोष्ठी के दिन हंगामे के दौरान बीईओ ने टीम गठित कर विद्यालय के मामले का समाधान करने की बात कही थी। जिसके पांच दिन बाद तक ना ही पीड़ित शिक्षकों का तबादला हुआ और ना ही आरोपित शिक्षकों पर कार्रवाई ही हुई। शिक्षकों के साथ मारपीट किए जाने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। सभी नियोजित शिक्षक संगठन अब इन पीड़ित शिक्षकों के समर्थन में खड़े हो गए हैं। शिक्षकों के आपसी विवाद के कारण विद्यालय में भी शिक्षण कार्य बाधित है। इधर टीईटी-एसटीइटी नियोजित शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष प्रियरंजन ¨सह ने बीडीओ को ज्ञापन सौंपने के बाद बताया कि 31 जनवरी तक शिक्षकों की समस्या का समाधान नहीं किया गया तो आंदोलन करने को बाध्य होंगे और प्रखंड के सभी विद्यालय में एक फरवरी से तालाबंदी की जाएगी।
मौके पर माधव कुमार, प्रियरंजन ¨सह, मो0 •ाकी अहमद, सुनील कुमार राय, संजीव कुमार, ललित किशोर कुमार, राकेश कुमार, मनोज कुमार, वीरेंद्र कुमार, राजेश कुमार, राजमंगल कुमार, द्विपप्रकाश कुमार, नूर आलम, राजन कुमार, गौरी शंकर बैठा, अमर सह, महेश प्रसाद, दीपेन्द्र कुमार, सहित अन्य शिक्षक उपस्थित थे।
बता दें कि 25 जनवरी को उत्क्रमित मध्य विद्यालय श्रीपुर के शारीरिक शिक्षक ओमप्रकाश राय ने उसी स्कूल में कार्यरत नियोजित शिक्षकों के साथ गाली गलौज एवं मारपीट किया था। जिसके बाद सभी पीड़ित सात शिक्षकों ने गुरुगोष्ठी के दौरान अपनी आपबीती सुनाई थी। शिक्षकों ने बीईओ को आवेदन देकर किसी अन्य विद्यालय में स्थानांतरित करने की गुहार लगाई थी। जिसके बाद बीईओ ने उनकी मांग पूरी करने का आश्वासन दिया था।