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बिहार में अचानक बदला मौसम का मिजाज, ठनका गिरने से दो की मौत

गुरुवार को बिहार के कुछ इलाकों में अचानक मौसम बदल गया। तेज आंधी से जन-जीवन प्रभावित हो गया। ठनका गिरने से एक महिला समेत दो की मौत हो गई।

By Ravi RanjanEdited By: Published: Thu, 24 May 2018 01:11 PM (IST)Updated: Thu, 24 May 2018 10:41 PM (IST)
बिहार में अचानक बदला मौसम का मिजाज, ठनका गिरने से दो की मौत
बिहार में अचानक बदला मौसम का मिजाज, ठनका गिरने से दो की मौत

पूर्वी चंपारण [जेएनएन]। बिहार के कुछ इलाकों में देखते ही देखते गुरुवार को अचानक मौसम बदल गया। पूर्वी चंपारण जिले में आंधी के बीच ठनका गिरने के कारण एक महिला समेत दो लोगों की मौत हो गई। वहीं तेज हवाओं के कारण आम जन-जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। कई लोगों के घरों के छप्पर आंधी में उड़ गए। कच्‍चे मकान ध्‍वस्‍त हो गए।

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जिले के आदापुर प्रखंड के बगही गांव निवासी जगदीश सहनी के पुत्र तेजा सहनी (28) व पताही प्रखंड के बेलाही राजू पंचायत के निवासी स्व. बिंदा साह की पत्नी नैना कुमार की मौत ठनका गिरने से हुई है। बताया गया है कि तेजा नित्य क्रिया के लिए गुरुवार की सुबह घर से बाहर निकला था। इसी दौरान अचानक से तेज हवा चलने लगी। अभी वे कुछ समझ पाते कि आसमान से ठनका गिरा और वे उसकी चपेट में आ गए। मौके पर ही युवक ने दम तोड़ दिया।

उधर, पताही में महिला नैना कुंवर गुरुवार की सुबह खेतों में घास के लिए गई थी। इसी बीच ठनका की चपेट में आ गई। मौके पर ही उनकी जान चली गई।

घटना की सूचना पर दोनों प्रखंडों के अधिकारियों ने गांव का जायजा लिया है। पीड़ित परिजनों को सरकारी सहायता देने की कवायद की जा रही है। नैना की मौत की सूचना पर चिरैया के विधायक लालबाबू प्रसाद ने गांव में पहुंचकर लोगों से जानकारी ली है। मुआवजा दिलाने की बाबत अधिकारियों से बात कर रहे हैं।

वहीं,  बुधवार की रात आई भयंकर आंधी तूफान व बारिश ने जमकर तबाही मचाई है। पूर्वी चंपारण जिले के बगहा अनुमंडल क्षेत्र के विभिन्न ग्रामीण इलाके में लोगों के घरों का छप्पर उड़ गया है। बारिश के कारण गंडक के जलस्तर में भी वृद्धि दर्ज की गई है।

दियारा के इलाके में बसे लोग बरसात पूर्व तैयारी को लेकर अपना सामान समेटने लगे हैं। आंधी के कारण वीटीआर के जंगल में कई पुराने पेड़ टूटकर गिरे हैं। बिजली लाइन में आई खराबी की वजह से 15 घंटे से आपूर्ति बाधित है।

एक ओर जहां झमाझम बारिश से सड़कें जलमग्न हो गई हैं तो दूसरी ओर कइयों ने रात भर जग कर सुबह का इंतजार किया है। बीते दिनों आई ओलावृष्टि से घर के छप्पर पर लगे शेड टूट जाने से बारिश का पानी घर में आ गया। आंधी तूफान से परेशान नैनहा रेता के राजेंद्र यादव, कटहरवा के नारद मुसहर, सुदामा राम आदि ने बताया कि आंधी तूफान से हमारे झोपड़ी के छप्पर उड़ गए हैं। कई जगह बिजली के तार टूट गए हैं। जिससे विद्युत बाधित हो गई है। हालांकि विद्युत विभाग के सहायक अभियंता मनोज कुमार साह की देख रेख में तार बदलने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है।

अभियंता ने बताया कि देर शाम तक विद्युत आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी। वहीं पल पल बदलते मौसम ने एक बार फिर से यहां किसानों को निराश कर दिया है। मौसम की बेरूखी ने आम की फसल को बर्बाद कर के रख दिया है। इस बार आम की मंजर ज्यादा आने से किसानों के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गई थी।


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