गतिरोध समाप्त कर शैक्षणिक माहौल कायम करने की ओर बढ़े कदम
मोतिहारी। महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय में शिक्षक व छात्रों के आंदोलन के कारण कायम गतिरोध से
मोतिहारी। महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय में शिक्षक व छात्रों के आंदोलन के कारण कायम गतिरोध से प्रभावित शैक्षणिक कार्य अब सुचारू हो जाएगा। गतिरोध समाप्त कर शैक्षणिक माहौल कायम करने की दिशा में विश्व विद्यालय के कुलपति, छात्र व प्राध्यापकों ने कदम बढ़ाया है। सोमवार की शाम विवि परिसर में आयोजित विद्यार्थी, प्रोफेसर, विवि प्रशासन के संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कुलपति डा. अर¨वद अग्रवाल ने कहा कि छात्र-छात्राओं की समस्याओं के समाधान की दिशा में काम हुए हैं और आगे होंगे। छात्रों की समस्याओं का सकारात्मक तरीके से समाधान करेंगे। वहीं प्राध्यापकों की समस्याओं के समाधान की दिशा में भी सकारात्मक तरीके से काम किया जाएगा। उनके साथ बैठ कर समस्याओं का हल निकालेंगे। कुलपति ने कहा कि मोतिहारी के सुपुत्र प्रसिद्ध उद्योगपति राकेश पांडेय ने पहल कर आंदोलन समाप्त करने की दिशा में जो सकारात्मक कोशिश की है, वह चार दिनों में इतना बेहतर असरकारी रहा कि विद्यार्थी मान गए हैं। वहीं आंदोलनकारियों के साथ वार्ता कर रहे राकेश पांडेय ने कहा कि विवि परिसर में आडियो टेप रीलीज किए जाने की घटना गलत है। इसकी ¨नदा की जानी चाहिए। इसकी जांच भी हो। आगे ऐसी व्यवस्था की जाए कि फिर से इस तरह के घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो। यह यहां की मर्यादा को शोभा नहीं देता है। विवि की ओर से दर्ज कराई गई प्राथमिकी को लेकर हुआ समझौता कुलपति ने बताया कि शिक्षकों के आंदोलन के दौरान विवि की ओर से दर्ज कराए गए मामले को समाप्त कराने की दिशा में समझौता हुआ है। वहीं सहायक प्रोफेसर डा. श्यामनंदन ने कहा कि आंदोलन के 55 वें दिन उद्योगपति राकेश पांडेय की ओर से पहल की गई। वीसी से बात हुई। हमारी दो मांगे हैं। एक प्राध्यापकों पर हुई प्राथमिकी को समाप्त करने की दिशा में काम करने को लेकर सकारात्मक बात हुई है। वहीं एक अन्य मांग है, जिसे पूरा करने की दिशा में काम होना है। वहीं हमारे एक साथी की समस्या है। इस विषय पर अभी बात होनी है। हमारा आंदोलन समाप्त नहीं हुआ है। हम वर्ग संचालन नियमित करेंगे। शैक्षणिक माहौल बनाएंगे। जैसे-जैसे हमारी मांगें पूरी होती जाएंगी। हम अपना आंदोलन समाप्त करते जाएंगे।
छात्र रोहित मिश्रा ने बताया कि छात्रों का आंदोलन इस शर्त के साथ समाप्त हुआ है कि छात्रों की मांगों पर सहानुभूति पूर्वक समाधान किया जाएगा। बता दें कि छात्रों ने विवि द्वारा लिए जा रहे शुल्क व कई ऐसी सेवाएं, जो नहीं मिल रहीं है उनका शुल्क लेने के समेत कई मांगों को विवि के समक्ष रखा है, जिसका समाधान करने की दिशा में विवि ने काम करने का भरोसा दिलाया है।
सहायक प्राध्यापक श्वेता ने कहा कि विवि परिसर में एक ऐसा माहौल बनाया जाए, जिससे कि महिलाओं का सम्मान हो और वर्तमान में जो माहौल है वह गलत है। इसके उदाहरण के तौर पर विवि परिसर में जो आडियो टेप रीलिज हुए हैं, वो खास तौर पर महिलाओं को प्रताड़ित करनेवाले है। हमने प्रशासन से अनुरोध किया है कि इस दिशा में जांच कराकर दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
कुलपति डा. अग्रवाल ने अंत में कहा - विवि को जमीन मिल गए हैं। हर हाल में हमें एक नए निर्माण की दिशा में कदम बढ़ाना है। यहां पठन-पाठन का काम ठीक तरीके से किया जाए और शोध कार्य हों इस दिशा में काम करना है। हमारे सभी प्रोफेसर प्रतिष्ठा के साथ काम करें हमारी यह कोशिश होगी।