बिहार: फेसबुक पर टिप्पणी को लेकर प्रोफेसर पर हमला, जिन्दा जलाने की कोशिश
फेसबुक पर गलत टिप्पणी को लेकर उग्र लोगों ने एक प्रोफेसर की जमकर पिटाई की और उसके ऊपर पेट्रोल छिड़ककर जलाने की कोशिश की। हालांकि वो बच गए।
पूर्वी चंपारण [जेएनएन]। शहर के आजाद नगर के निवासी व महात्मा गांधी केंद्रीय विवि के सहायक प्रोफेसर संजय कुमार द्वारा फेसबुक पर गलत टिप्पणी को लेकर शुक्रवार को लोग भड़क उठे। स्थानीय युवकों ने प्रोफेसर को जमकर पीटा, कपड़े फाड़ डाले और शरीर पर पेट्रोल फेंककर जिंदा जलाने की कोशिश की। हालांकि, वे किसी तरह बच गए। उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इस बीच हमले की सूचना मिलते ही विवि के छात्रों ने सदर अस्पताल के पास मुख्य पथ पर आगजनी की और जाम कर दिया। वे हमले में संलिप्त लोगों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े थे। पुलिस टीम समझाने में लगी थी। वहां राजद के कुछ नेता मणिभूषण श्रीवास्तव के नेतृत्व में आ गए।
इसी दौरान मधेपुरा के सांसद सह जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव भी सदर अस्पताल पहुंचे। जहां भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने उनके खिलाफ नारेबाजी और दुर्व्यवहार की कोशिश की। सांसद ने खुद स्थिति संभाली और निकल गए।
उधर, एसपी ने नगर पुलिस को तत्काल शांति बहाल कर दोषियों पर कार्रवाई का निर्देश दिया है। पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है। सदर डीएसपी मुरली मनोहर मांझी, नगर थानाध्यक्ष आनंद कुमार व छतौनी विजय कुमार यादव के नेतृत्व में पहुंची पुलिस की टीम ने जाम समाप्त कराया। संवाद प्रेषण तक पुलिस टीम अस्पताल में कैंप कर रही थी।
पुलिस को दिया आवेदन
मामले में प्रोफेसर संजय कुमार ने पुलिस को आवेदन दिया है। कहा कि आजाद नगर निवासी महेंद्र प्रसाद के मकान में किराए पर रहते हैं।
शुक्रवार को बच्चों को पढ़ा रहे थे। इसी दौरान छात्र अमन बिहारी पांडेय, राहुल कुमार पांडेय, सन्नी वाजपेयी, अमन बिहारी वाजपेयी, पुरुषोत्तम मिश्रा व रविकेश मिश्रा के साथ करीब 20-25 लोग आए। बच्चों को कमरे में बंद कर मुझे बाहर निकाला। इसके बाद निर्वस्त्र कर पीटा। शरीर पर पेट्रोल छिड़क कर जिंदा जलाने की कोशिश की।
उग्र लोगों ने कहा कि कुलपति डॉ. अरविंद अग्रवाल, पवनेश कुमार, दिनेश व्यास व अन्य के खिलाफ बोलते हो, इस्तीफा दो और भागो यहां से। सभी बाहरियों को मार-मार कर यहां से भगा देंगे।
एसपी मोतिहारी ने कहा-
फेसबुक पर टिप्पणी किए जाने को लेकर बवाल हुआ। मामले की जांच की जा रही है। कानून हाथ में लेने का अधिकार किसी को नहीं है। पुलिस को मिले आवेदन के आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
उपेंद्र कुमार शर्मा, एसपी, मोतिहारी ( पू. चंपारण)