Patna Bettiah Expressway: पटना-बेतिया एक्सप्रेस-वे पर बड़ा अपडेट! NHAI की मांग पर भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया तेज
Patna Bettiah Expressway जिले में अरेराज से बेतिया के बीच जिला भू-अर्जन कार्यालय के स्तर पर भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। छह सदस्यीय प्रशासनिक टीम (सिक्समैन कमेटी) चिह्नित भूमि का निरीक्षण कर चुकी है। सिक्समैन कमेटी अपनी रिपोर्ट तैयार कर रही है। इस बीच राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से कुछ और जमीन की मांग की गई है।
जागरण संवाददाता, मोतिहारी। राजधानी पटना से पश्चिमी चंपारण बेतिया तक के लिए बननेवाली नई फोरलेन के लिए पूर्वी चंपारण के अरेराज अनुमंडल क्षेत्र में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया तेज गति से चल रही है। यह सड़क चंपारण में ग्रीन बेल्ट से होकर निकलेगी। पटना से लेकर बेतिया तक करीब दो सौ किलोमीटर में बननेवाली इस फोरलेन सड़क का करीब 40 किलोमीटर हिस्सा पूर्वी चंपारण में है।
जिले में अरेराज से बेतिया के बीच जिला भू-अर्जन कार्यालय के स्तर पर भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। छह सदस्यीय प्रशासनिक टीम (सिक्समैन कमेटी) चिह्नित भूमि का निरीक्षण कर चुकी है। सिक्समैन कमेटी अपनी रिपोर्ट तैयार कर रही है। इस बीच राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से कुछ और जमीन की मांग की गई है।
नई भूमि के लिए आवश्यक प्रक्रिया पूरी होने व रिपोर्ट जारी होने के बाद भू-अर्जन प्रक्रिया का अगला चरण पूरा होगा। संयुक्त चंपारण में हरित क्षेत्र से होकर निकल रही 45 मीटर चौड़ी यह सड़क बनने के साथ न सिर्फ इलाके की आर्थिकी बदलेगी, बल्कि इलाके के लोगों के लिए बेहतर सेहत व पर्यटन के क्षेत्र में संभावनाओं के द्वार भी खुलेंगे। लोग इलाज के लिए राज्य के सबसे बेहतर चिकित्सालय अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान आसानी से कनेक्ट हो जाएंगे।
बेतिया से पटना की दूरी ढाई घंटे में तय होगी। वहीं पूर्वी चंपारण के अरेराज से पटना दो घंटे की दूरी पर होगा। कारण यह कि इस सड़क पर हेवी ट्रैफिक नहीं होगी। पूर्वी चंपारण के 13 गांवों की बदलेगी आर्थिकी, चौर की जमीन हो जाएगी सोना नई सड़क के लिए पूर्वी चंपारण में अरेराज-बेतिया के बीच करीब 13 गांवों के चौर क्षेत्र में अधिकांश जमीन का अधिग्रहण किया जाना है।
बिना किसी बसावट या आबादी को प्रभावित किए भू-अर्जन की इस प्रक्रिया से भू-स्वामियों को उनकी चौर जमीन का सर्वाधिक मूल्य मिलेगा। सड़क निर्माण के बाद इलाके में रोजगार के द्वार खुलेंगे। यानि होटल, रेस्तरां, पेट्रोल व सीएनजी पंप आदि का विकास होगा।
आर्थिक क्षेत्र के जानकार बताते हैं- यह सड़क फोर लेन होगी। चंपारण ही नहीं उत्तर प्रदेश से आनेवाले लोगों के लिए भी राजधानी पटना तक की यात्रा का वाहक होगी। इस पर आनेवाली ट्रैफिक रोजगार का वाहक होगी। वहीं इलाके में पर्यटन की संभावनाओं की राह भी आसान होगी। इस सड़क के जरिए लोग आसानी से केसरिया बौद्ध स्तूप, अरेराज स्थित सोमश्वरनाथ मंदिर व वाल्मीकि टाईगर रिजर्व से जुड़ सकेंगे।
सिक्स मैन कमेटी की रिपोर्ट तैयार की जा चुकी है। इस बीच एनएचएआई ने कुछ और जमीन की मांग की है। एनएचआइ की नई मांग के अनुरूप भूमि चिह्नित की जानी है। पूर्व से या वर्तमान में अधिग्रहण के लिए चिह्नित जमीन पूरी तरह से ग्रीन फिल्ड (चौर) है। 13 गांवों में भूमि अधिग्रहण होना है। भूखंड चिह्नित है। सिक्स मैन कमेटी की रिपोर्ट के बाद आगे की प्रक्रिया शीघ्र पूरी की जाएगी। - गणेश कुमार जिला भू-अर्जन पदाधिकारी, पूर्वी चंपारण।
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