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पंचायत सरकार भवन निर्माण के शिलान्यास का किया विरोध, जमकर हुई मारपीट

मोतिहारी। ढाका प्रखंड के जटवलिया गांव में पंचायत सरकार भवन के लिए पूर्व से स्वीकृत मनहरवा प

By JagranEdited By: Published: Mon, 14 Sep 2020 12:16 AM (IST)Updated: Mon, 14 Sep 2020 05:06 AM (IST)
पंचायत सरकार भवन निर्माण के शिलान्यास का किया विरोध, जमकर हुई मारपीट
पंचायत सरकार भवन निर्माण के शिलान्यास का किया विरोध, जमकर हुई मारपीट

मोतिहारी। ढाका प्रखंड के जटवलिया गांव में पंचायत सरकार भवन के लिए पूर्व से स्वीकृत मनहरवा पोखर पर भवन निर्माण कार्य शुरू कराने गए प्रशासन को ग्रामीणों ने बल पूर्वक हमला करते हुए खदेड़ दिया। इस दौरान ग्रामीणों के बीच जमकर मारपीट हुई। इस घटना में जगरनाथ राम जख्मी हो गए। इस मामले में ढाका अंचलाधिकारी रीना कुमारी के बयान पर कुंडवाचैनपुर थाना में 15 नामजद व 20 अज्ञात व्यक्तियों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। जानकारी के मुताबिक जटवलिया गांव में मनहरवा पोखर की छह एकड़ जमीन है। स्थानीय प्रशासन द्वारा यहां पर पंचायत सरकार भवन का निर्माण कराने की प्रक्रिया शुरू की गई है। मगर स्थानीय लोग इसे शमशान घाट की जमीन बताते हुए इस पर आपत्ति कर रहे हैं। इस मामले के समाधान को लेकर एसडीओ ज्ञान प्रकाश एवं डीएसपी शिवेन्द्र कुमार अनुभवी प्रशासनिक टीम के साथ मौके पर पहुंचे थे। इस दौरान शमशान घाट की जमीन के कुछ हिस्से छोड़ कर पंचायत सरकार भवन निर्माण पर सहमति बनाने की कोशिश में ग्रामीण आक्रोशित हो गए और हंगामा करने लगे। ग्रामीणों के विरोध के बाद स्थानीय प्रशासन को पीछे हटना पड़ा। इधर, जख्मी जगरनाथ राम द्वारा चार लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। क्या है घटनाक्रम वर्ष 2019 में ग्राम पंचायत में आम सभा द्वारा स्वीकृति के बाद अंचल प्रशासन द्वारा जमीन का निरीक्षण करने के उपरांत छह एकड़ जमीन में से 50 डिसमिल जमीन पंचायत सरकार भवन के लिए आवंटित किया गया। भवन निर्माण की स्वीकृति मिलने के बाद पंचायत सचिव योगेंद्र राम को अभिकर्ता बनाया गया है। ग्रामीणों के विरोध पर स्थानीय प्रशासन द्वारा दो बार पंचायती कर मामला का समाधान कराने का प्रयास किया गया। इस मामले में एसडीओ सिकरहना के द्वारा कोर्ट नोटिस भेजकर दोनों पक्षों की सुनवाई के उपरांत पंचायत सरकार भवन के निर्माण का रास्ता साफ किया गया था। लेकिन रविवार को जैसे ही प्रशासन मनहरवा पोखर पहुंची तो प्रशासन से वार्ता के दौरान बात बिगड़ गई और ग्रामीणों के दो पक्षों में जमकर मारपीट शुरू हो गई। इस संबंध में मुखिया ममता देवी का कहना है कि यह घटना दुखद है। विरोधी तत्वों के द्वारा विकास में बाधा उत्पन्न किया जा रहा है। घटना की निदा करते हुए उन्होंने दोषी के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की मांग की है। वहीं, एसडीओ ज्ञान प्रकाश का कहना है कि प्रशासन द्वारा मामले को हल करने का कई बार प्रयास किया गया। कानून को हाथ लेने वाले बख्शे नहीं जाएंगे।

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