कानपुर रेल हादसे की जांच के लिए शमशुल के रिश्तेदारों के घर पहुंची NIA
कानपुर हादसे में रिमांड पर लिए गए आइएसआइ कारिंदों की निशानदेही पर एनआइए की टीम ने कई स्थानों पर छापेमारी की। साथ ही आइएसआइ सरगना शमशुल के रिश्तेदारों के घर भी पहुंची।
पूर्वी चंपारण [जेएनएन]। घोड़ासहन ट्रैक कांड और कानपुर हादसे में रिमांड पर लिए गए आइएसआइ कारिंदों की निशानदेही पर एनआइए की टीम ने बुधवार को तीसरे दिन भी जिले के कई स्थानों पर छापेमारी की। साथ ही आइएसआइ सरगना शमशुल होदा के रिश्तेदारों के घर भी पहुंची। छौड़ादानो थाने के सेमरहिया और पुरुषोत्तमपुर गांव में छापेमारी की गई। सेमरहिया में इद्रीश महतो के घर पहुंचकर उससे शमशुल के बारे में विस्तार से जानकारी ली। लेकिन, इसका खुलासा नहीं किया गया।
इसके अलावा ढाका थाना क्षेत्र के चंदनबारा में सलाउद्दीन नामक व्यक्ति की खोज की गई। लेकिन, यहां एक ही नाम के 12 लोग मिले। चंदनबारा से एक व्यक्ति को पूछताछ के लिए टीम ने अभिरक्षा में लिया है। बताया गया कि सलाउद्दीन के पिता का नाम न होने के कारण कंफ्यूजन है। टीम उसके पिता के बारे में जानकारी ले रही है। वहीं, चिरैया के शेखौना गांव में शेख मोतिन के यहां भी पूछताछ की गई। खबर है कि टीम ने रक्सौल व सीमावर्ती कई थाना क्षेत्रों में भी गोपनीय तौर पर छापेमारी की है। उधर, पूर्व में रामगढ़वा से पकड़े गए लालबाबू मियां व घोड़ासहन के स्वर्णकार को पूछताछ के बाद छोड़े जाने की सूचना है।
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नेपाल पुलिस की गिरफ्त में है होदा
नेपाल का कलेया निवासी शम्सुल होदा आइएसआइ सरगना है। उसने दुबई में रहकर नेपाल में अपने साथी ब्रजकिशोर गिरि उर्फ गिरी बाबा के माध्यम से भारत में विध्वंस की साजिश की थी। इसके लिए रुपये देता था। उसके इशारे पर घोड़ासहन रेलवे स्टेशन पर आइईडी लगाई गई। फिर कानपुर रेल हादसा कराया गया। शम्सुल अभी नेपाल पुलिस की गिरफ्त में है। उसके खिलाफ वहां संगठित अपराध व पूर्वी चंपारण के आदापुर थाना क्षेत्र दो युवकों की हत्या का मामला चल रहा है।
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