सहेजी जाएंगी भारत रत्न अटल जी की यादें
चंपारण के लोग भारत-रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से गहरे जुड़े हैं।
मोतिहारी । चंपारण के लोग भारत-रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से गहरे जुड़े हैं। यहां से पूर्व प्रधानमंत्री का गहरा नाता है। उनकी यादों को संजोने के लिए चंपारण के लोग आगे आए हैं और इसकी कवायद की गई है यह बेहद सराहनीय प्रयास है। इसके लिए अटल जी के नाम पर बनाया जा रहा फाउंडेशन और उसकी गतिविधियों से लोगों को चंपारण में अटल जी से जुड़ी यादों को जानने-समझने में सहूलियत मिलेगी। साथ ही राजनीति के अजातशत्रु वाजपेयी चंपारण के लोगों के बीच वास करेंगे। उपरोक्त बातें सोमवार को शहर के प्रसिद्ध चिकित्सक डा. आशुतोष शहर के आवास पर आयोजित यहां के प्रबुद्धजनों की बैठक को संबोधित करते हुए भारत सरकार कृषि व किसान कल्याण मंत्री राधामोहन ¨सह ने कही। कहा- देश में जब इमरजेंसी के पहले के दौर में लोगों पर कहर बरप रहा था तब वाजपेयी 23 सितंबर 1974 को मोतिहारी आए थे और यहां के लोगों को संबोधित किया था। तत्कालीन सरकार के इशारे पर जेल भेजे गए आंदोलनकारियों को छुड़ाने के लिए पैदल यात्रा की थी और तबके जिलाधिकारी के समक्ष धरना दिया था। जेल गए थे। अटल जी कई बार चंपारण आए और यहां कई इलाकों में जाकर लोगों के अंदर राष्ट्रीयता का अलख जगाया था। वे हमेशा हमारे बीच रहेंगे। आनेवाली पीढ़ी उनके बारे में जान सके इसके लिए बनाया जा रहा अटल फाउंडेशन काफी अहम है।
इस अवसर पर मौजूद सूबे के पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार, विधान पार्षद राजेश कुमार उर्फ बबलू गुप्ता, कल्याणपुर के विधायक सचींद्र प्रसाद ¨सह, नगर परिषद की मुख्य पार्षद अंजू देवी, उप मुख्य पार्षद रविभूषण श्रीवास्तव, भाजपा के जिलाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद गुप्ता, पूर्व मुख्य पार्षद प्रकाश अस्थाना, भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश कुमार ¨सह, शहर के प्रसिद्ध चिकित्सक डा. आशुतोष शरण, डा. जसवीर शरण, भाजपा के प्रवक्ता संजीव कुमार ¨सह, चैंबर ऑफ कामर्स के सचिव रामभजन, कपड़ा व्यवसायी मधुसूदन जालान, भोला गुप्ता समेत भारी सख्या में मौजूद लोगों ने एक स्वर में कहा कि शहर में अटल जी के नाम पर एक पार्क का निर्माण किया जाना चाहिए। इसके लिए प्रस्ताव लाया गया कि नगर परिषद थोड़ी सी जमीन फाउंडेशन को दे। ताकि, उस जमीन पर एक बेहतर पार्क का निर्माण कर इस दिशा में काम किया जा सके। ताकि 1974 के इतिहास को आनेवाली पीढ़ी जान सके समझ सके। मौके पर सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि फाउंडेशन के अध्यक्ष के पद पर राजेंद्र प्रसाद गुप्ता रहेंगे। यह संस्था आम लोगों को अपने साथ जोड़ेगी और उनके विचारों को साथ लेकर चलेगी।