रफत जहां ने गांव के सरकारी स्कूल में पढ़कर मेडिकल में किया प्रवेश
मोतिहारी। छात्रों में लगन हो और सही मार्गदर्शन मिले तो आज भी गांव के सरकारी स्कूल से भी पढ
मोतिहारी। छात्रों में लगन हो और सही मार्गदर्शन मिले तो आज भी गांव के सरकारी स्कूल से भी पढ़कर सफलता प्राप्त की जा सकती है। ज्ञान अर्जित करने के लिए जगह नहीं लगन और मार्गदर्शन की जरूरत है। ग्रामीण परिवेश में रहकर पढ़ी जिले के तुरकौलिया प्रखंड क्षेत्र की शंकरसरैया पंचायत के टनसरिया गांव की बेटी रफत जहां ने इसे चरितार्थ कर दिखाया है। रफत जहां की प्राथमिक शिक्षा गांव के ही राजकीय मध्य विद्यालय टनसरिया से हुई। उसने गांव मे ही रह कर 12वीं करने के बाद नीट परीक्षा 2020 को सामान्य श्रेणी से क्वालिफाइ करके बिहार के सरकारी मेडिकल कॉलेज, जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल मधेपुरा में एमबीबीएस में दाखिला ले चुकी है। दो फरवरी से उनकी कक्षा प्रारंभ होगी। रफत जहां को ग्रामीण क्षेत्र में रहकर पढ़नेवालों बच्चो के लिए प्रेरणास्त्रोत मानते हुए मंगलवार को युवा संगठन के अध्यक्ष व सामाजिक कार्यकर्ता रंजीत गिरि द्वारा गांव में जाकर प्रबुद्धजनों और छात्रों के बीच चम्पा का पेड़ और पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया गया। सम्मानित करते हुए रंजीत गिरि ने बताया कि बच्चों को उसकी रुचि जानकर सही मार्गदर्शन करते हुए उनके स्वाध्याय पर फोकस किया जाए तो इस टेक्नोलॉजी के जमाने में कही भी रहकर सफलता पाई जा सकती है। रफत जहां ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने मार्गदर्शक माता-पिता, गुरुजनों को दिया है औ बताया है कि उन्होंने लगन के साथ प्रतिदिन 10 से 12 घंटे तक सेल्फ स्टडी को देती है। युवा संगठन के अध्यक्ष ने रफत के टनसरिया स्थित घर पर जाकर ग्रामीण प्रतिभा को किया सम्मानित। सामान्य श्रेणी में नीट परीक्षा पास कर मधेपुरा स्थित कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज में लिया दाखिला।