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शोध पर आधारित पत्रकारिता वर्तमान समय की आवश्यक्ता

मोतिहारी। महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय में मीडिया अध्ययन विभाग द्वारा मीडिया शोध के विविध आयाम पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Oct 2019 11:26 PM (IST)Updated: Fri, 18 Oct 2019 11:26 PM (IST)
शोध पर आधारित पत्रकारिता वर्तमान समय की आवश्यक्ता
शोध पर आधारित पत्रकारिता वर्तमान समय की आवश्यक्ता

मोतिहारी। महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय में मीडिया अध्ययन विभाग द्वारा मीडिया शोध के विविध आयाम पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। व्याख्यान की विशेषज्ञ वक्ता गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय, नोएडा के जनसंचार विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. वंदना पांडेय थी। प्रो. वंदना पांडेय ने व्याख्यान के दौरान मीडिया रिसर्च की नई और आधुनिक प्रवृत्तियों पर प्रकाश डाला। साथ ही संपूर्ण भारत में मीडिया शिक्षण के परिदृश्य से अवगत कराया। कहा कि तेजी से खबरों को पेश करने की जरूरत ने एक गलाकाट प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा दिया है। आपको स्वयं के कॅरियर की चुनौतियों के अनुरूप तैयार करना होगा। विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों से उन्होंने कहा कि आप सूचनाओं के सुपर हाईवे पर हैं, परंतु कौन सी सूचना चुननी है यह महत्वपूर्ण है। भाषा और सामग्री की गरिमा बनाकर रखना जरूरी है और शुचितापूर्ण पत्रकारिता देश की जरूरत है। मीडिया में रिसर्च के नए-नए आयाम शामिल हुए हैं। शोध पर आधारित पत्रकारिता आज के समय की जरुरत है। एकेडमिक रिसर्च में सैद्धांतिक आधार को शामिल करना जरूरी है। नई थ्योरी और नए ट्रेंड को शामिल कर भारत में संचार शोध को अधिक उपयोगी बनाने पर ध्यान देना होगा। प्रोफेसर पांडेय ने विश्वविद्यालय में हो रहे नवाचारों व रचनात्मक गतिविधियों के लिए कुलपति प्रो. संजीव कुमार शर्मा को साधुवाद दिया। व्याख्यान की अध्यक्षता कर रहे कुलपति प्रो. संजीव कुमार शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय का यह नया परिसर अब दीनदयाल उपाध्याय परिसर के रूप में जाना जाएगा। आगे उन्होंने बताया कि हमें अकादमिक साहचर्य की संस्कृति को विकसित करना चाहिए और शोध को अंतर अनुशासनिक बनाने के लिए प्रयास जरूरी है। घटनाओं के पीछे के कारण की तलाश और हमेशा 'क्यों और प्रश्न' की प्रवृत्ति का विकास जरूरी है। कुलपति ने मीडिया अध्ययन विभाग के विद्यार्थियों, शोधार्थियों एवं प्राध्यापकों को कहा कि मेरी शुभकामनाएं है कि भारतीय संचार एवं परंपरा पर शोध की जब चर्चा हो तो यह विभाग जाना जाए। व्याख्यान में मीडिया अध्ययन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. अरुण कुमार भगत, सह-प्राध्यापक अंजनी कुमार झा, सह-प्राध्यापक प्रशांत कुमार, सहायक प्राध्यापक सुनील घोडके, उमा यादव समेत अन्य विभाग के प्राध्यापक, विद्यार्थी एवं शोधार्थी मौजूद थे, वहीं व्याख्यान का संयोजन सहायक प्राध्यापक परमात्मा मिश्रा ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन सहायक प्राध्यापक साकेत रमण ने दिया। ज्ञात हो कि मोतिहारी स्थित जिला स्कूल परिसर में महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय अस्थाई रूप से संचालित हो रहा है तथा उगम पांडेय कॉलेज रोड में निदान हॉस्पीटल के समीप दीनदयाल उपाध्याय परिसर में मीडिया अध्ययन विभाग का संचालन होता है।

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