अध्यात्म में गुरु की महिमा सर्वोच्च : राधामोहन
पूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सह सांसद राधा मोहन सिंह ने गुरु पूर्णिमा के अवसर पर गायत्री शक्तिपीठ मोतिहारी में मुख्य प्रबंधक ललन पासवान को सम्मानित किया।
मोतिहारी । पूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सह सांसद राधा मोहन सिंह ने गुरु पूर्णिमा के अवसर पर गायत्री शक्तिपीठ मोतिहारी में मुख्य प्रबंधक ललन पासवान को सम्मानित किया। गौरतलब है कि प्रतिवर्ष गुरु पूर्णिमा के अवसर पर शहरवासी दिन भर यहां आते रहते हैं। उसके बाद श्री सिंह ने पराम्बा शक्तिपीठ, मोतिहारी में श्री शक्तिशरणानंद महराज उर्फ चंचल बाबा का दर्शन कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। साथ ही मोतिहारी के अति प्राचीन एवं श्रद्धा का केंद्र श्री नरसिंह बाबा मंदिर जाकर श्री हनुमत धाम दर्शन किया एवं महंत मुरारी पांडे को सम्मानित किया।उक्त अवसर पर श्री सिंह ने कहा कि सनातम धर्म में गुरु पूर्णिमा का खास महत्व होता है। इस दिन गुरुओं की पूजा करने और उनका सम्मान करने की परंपरा है। भाजपा अपनी सनातन परंपरा के पालन के प्रति प्रतिबद्ध हैं। इधरमोतिहारी शहर के मंगल सेमिनरी उच्च माध्यमिक विद्यालय में प्राचार्य रही मीना कुमारी को सम्मानित किया। इन्हें 2006 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था। विशिष्ट प्रतिभा संपन्न शिक्षक के रूप में समाज के बहुमूल्य सेवा के लिए इन लोगो को यह पुरस्कार मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा प्रदान किया गया था। उक्त अवसर पर श्री सिंह ने कहा कि जो शिष्य का समग्र विकास करे वही गुरु है। भारतीय परंपरा एवं जीवन शैली में गुरु का महत्व ज्ञान समृद्ध एवं सशक्त मानव समाज की संरचना में निर्विवाद है। श्री सिंह ने कहा कि अध्यात्म-परम्परा में गुरुकृपा की महिमा सर्वोच्च है। गुरु की कृपा के बिना मार्ग की न तो समझ उघड़ती है, न रुचि प्रकट होती है और न ही अनुभूति प्रज्वलित होती है। संसार के इस विषम चक्र में आपको कहीं कोई ऐसा व्यक्ति मिले जो आपके अज्ञान को दूर करने में प्रयासरत हो तो वह आपके लिए गुरु ही है। गुरु किसी व्यक्ति को नहीं कहते बल्कि यह एक उपस्थिति का नाम है। गुरु की उपस्थिति में जब माया का पर्दा उठता है, तो इस क्षण को गुरु-कृपा कहते हैं ।