12 दिवसीय एनसीसी कैंप आज से, शामिल होंगे 600 कैडेट्स
मोतिहारी। प्रधानमंत्री कार्यालय के निर्देश पर एक भारत श्रेष्ठ भारत अभियान के तहत शहर के एमएस कॉलेज
मोतिहारी। प्रधानमंत्री कार्यालय के निर्देश पर एक भारत श्रेष्ठ भारत अभियान के तहत शहर के एमएस कॉलेज में 12 दिवसीय एनसीसी कैंप का आयोजन किया जा रहा है। एनसीसी निदेशालय के निर्देशानुसार आयोजित इस कार्यक्रम में देश की बहुरंगी संस्कृति की छटा देखने को मिलेगी। रविवार से प्रारंभ हो रहे इस कैंप से संबंधित तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है। शुक्रवार को 25 बिहार बटालियन एनएनसी के कमां¨डग ऑफिसर कर्नल विक्रम सेढ़ा ने कैंप का निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया। इस अवसर पर आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान कर्नल सेढ़ा ने कहा कि इस कैंप में इंस्टीच्यूशनल ट्रे¨नग नहीं होगी। यहां एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार करने की कोशिश होगी। इस दौरान बिहार के अलावा नागालैंड एवं मणीपुर से आ रहे छह सौ एनसीसी कैडेट अपनी संस्कृति को साझा करेंगे। उन्होंने कहा कि कैंप का उद्घाटन डीडीजी ब्रिगेडियर तुषार करेंगे। वहीं, आए हुए अतिथियों का स्वागत ग्रुप कमांडर कर्नल पीके सिन्हा करेंगे। कार्यक्रम में बिहार बटालियन रांची से बैग पाइपर एवं जॉज बैंड की टीम मधुर धुन से वातवरण को तरंगित करेगी। इस क्रम में बिहार के राज्यपाल 28 नवंबर को जहां कैंप की शोभा बढाएंगे, वहीं 24 को केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री राधामोहन ¨सह आयोजन का हिस्सा बनेंगे। इससे पूर्व 23 को सूबे के पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार कैंप में कैडेटों के साथ अपना कुछ समय बिताएंगे। प्रेसवार्ता के दौरान कैप्टन अरूण कुमार एवं सूबेदार मेजर डीके मंडल भी उपस्थित थे। कैडेट्स देंगे सांस्कृतिक प्रस्तुति
कैंप का आयोजन सांस्कृतिक उत्सव के रूप में किया जा रहा है। लोक संस्कृति से संबंधित कैडेटों की प्रस्तुति कैंप का आकर्षण होगा। कर्नल सेढ़ा ने बताया कि कैंप का उद्देश्य कैडेटों को देश की अलग-अलग संस्कृति से परिचित कराना है। इस आयोजन में नागालैंड एवं मणीपुर के कैडेट्स जहां बिहार की बहुरंगी संस्कृति से परिचित होंगे, वहीं अपनी संस्कृति की झलक भी दिखाएंगे। बिहार के अलग-अलग जिलों से आ रहे कैडेटों के अलावा दूसरे प्रदेशों के कैडेट्स अपने इलाके से संबंधित प्रेजेंटेशन भी देंगे। कैंप में 19 नवंबर को गांधी का चंपारण एवं जार्ज ऑरवेल से संबंधित लधु फिल्म प्रदर्शित की जाएगी। कार्यक्रम में जूनियर एवं सीनियर डिविजन के कैडेट्स शामिल होंगे। इस दौरान कबड्डी, वॉलीबॉल, रस्साकस्सी आदि खेलों में भी कैडेट अपनी प्रतिभा दिखाएंगे। मधुबनी पें¨टग के भी दिखेंगे रंग
कैंप में बिहार की मशहूर मधुबनी पें¨टग से भी कैडेटों को परिचित कराया जाएगा। इसके लिए एक कार्यशाला का भी आयोजन किया जा रहा है। कार्यशाला में लघु फिल्म के माध्यम से मधुबनी पें¨टग के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाएगी। वहीं, संबंधित विशेषज्ञों द्वारा पें¨टग के गुर सिखाए जाएंगे। इसके अलावा बिहार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वरिष्ठ वैज्ञानिक एसके जायसवाल का व्याख्यान भी कैडेटों के बीच होगा। कैडेट करेंगे ऐतिहासिक स्थलों का दीदार
कैंप के शामिल कैडेटों को उत्तर बिहार के कुछ प्रमुख ऐतिहासिक स्थलों का भी भ्रमण कराया जाएगा। इनमें वैशाली, वासोकुंड एवं केसरिया बौद्ध स्तूप शामिल हैं। इस क्रम में मोतिहारी शहर के ऐतिहासिक स्थलों पर भी वे जाएंगे। इसका उद्देश्य बिहार के ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक विरासत से कैडेटों को परिचित कराना है। वहीं, 25 नवंबर को एनसीसी डे के अवसर पर रैली का भी आयोजन किया जाएगा। इस क्रम में रक्तदान शिविर के साथ पौधरोपण का भी कार्यक्रम निर्धारित है। इस अवसर पर लगने वाले मेले में ओडीएफ को लेकर कैडेट नुक्कड़ नाटक का भी प्रदर्शन करेंगे।