किसानों की अनदेखी व भ्रष्टाचार के खिलाफ होगा उग्र आंदोलन
लगातार हो रही किसानों की अनदेखी और प्रखंड व अंचल स्तर पर व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ किसान विकास संघर्ष समिति के बैनर तले 11 सूत्री मांगों को ले गुरुवार को किसानों ने प्रखंड परिसर में धरना दिया।
मोतिहारी। लगातार हो रही किसानों की अनदेखी और प्रखंड व अंचल स्तर पर व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ किसान विकास संघर्ष समिति के बैनर तले 11 सूत्री मांगों को ले गुरुवार को किसानों ने प्रखंड परिसर में धरना दिया। धरने पर बैठे किसानों से प्रखंड विकास पदाधिकारी मनोज कुमार ने तत्काल बात की। उनकी मांगों को जाना और प्रखंड की कार्य संस्कृति में सुधार लाने का आश्वासन दिया। किसानों ने नहर में पानी नहीं होने, शौचालय प्रोत्साहन राशि भुगतान में भ्रष्टाचार, पैक्स द्वारा धान की खरीदारी नहीं करने, बाढ़ राहत राशि का अविलंब भुगतान करने, अंचल स्तर पर व्याप्त भ्रष्टाचार पर रोक लगाने, कृषि के लिए विद्युत कनेक्शन देने में विभागीय स्तर पर हो रही मनमानी व किसानों के कल्याण से सम्बंधित मुद्दों पर व्यापक रूप से चर्चा की। कहा कि एक पखवारे में किसानों की मांगों पर सहानुभूति पूर्वक सुनवाई नहीं की गई तो प्रखंड के किसान आमरण अनशन पर बैठने को विवश होंगे। समिति के संयोजक सुरेन्द्र ¨सह व संघर्ष समिति के सचिव हृदय नारायण झा ने कहा कि पंचायत स्तर से लेकर विधानसभा स्तर के जनप्रतिनिधि मूकदर्शक बनकर किसानों की हकमारी का तमाशा देखते हैं। उन्हें महज अपने कमीशन से मतलब रहता है। यदि हालात नहीं बदले तो उग्र आंदोलन होगा। वहीं राजीव कुमार ¨सह, नुरुल होदा व रामभजन राम ने भी बीडीओ की उपस्थिति में भ्रष्टाचार को लेकर सिस्टम को घेरा।
मौके पर पूर्व उप प्रमुख केदारनाथ मिश्र, मनोहर अस्थाना, मोदनारायन कुमार, पूर्व मुखिया अशोक ¨सह, भोला ¨सह, श्री भगवान कुमार, लगन गिरी, सुरेश यादव, गोरख ¨सह, शशिभूषण सहाय, मोहन ¨सह, मोहम्मद कासिम, कन्हैया ¨सह, मोहित चंद्र सहनी, रामेश्वर प्रसाद, जनूलालू प्रसाद, भाग्य नारायण ¨सह समेत बड़ी संख्या में किसान मौजूद थे।