शून्य बजट पर जैविक खेती कर सकेंगे किसान
उझिलपुर पंचायत के किसान अब शून्य बजट पर जैविक खेती करेंगे।
मोतिहारी। उझिलपुर पंचायत के किसान अब शून्य बजट पर जैविक खेती करेंगे। राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र मुसहरी मुजफ्फरपुर द्वारा कार्यान्वित फार्मर फर्स्ट परियोजना के तहत वैज्ञानिकों ने शून्य बजट पर आधारित प्राकृतिक खेती व कीटनाशक बनाने से संबंधित कई महत्वपूर्ण विदुओं पर 50 किसानों को प्रशिक्षण दिया। इस क्रम में 40 किसानों के बीच मृदा कार्ड का वितरण भी किया गया। मृदा जांच के दौरान पानी में जस्ता व बोरान की काफी कमी पाए जाने की जानकारी भी दी गई। अनुसंधान केंद्र के प्रधान वैज्ञानिक संजय कुमार सिंह ने उपरोक्त जानकारी देते हुए कमी को दूर करने पर भी विस्तार से बताया। प्रशिक्षण के दौरान वरीय वैज्ञानिक डॉ विनोद कुमार ने नीम की पत्ती से कीटनाशक बनाने सहित खेती से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि 500 ग्राम नीम की पत्ती, 05 लीटर देशी गाय का मूत्र व 25 ग्राम पिसी हुई लहसुन को मिलाकर 15 दिन तक मिट्टी के मटके में छोड़ दें। इससे एक बेहतर कीटनाशक तैयार होगी, जिसका छिड़काव हम सब्जियों पर करके कीटों के प्रभाव को कम कर सकते है। किसानों को वैज्ञानिक डॉ. प्रभात कुमार ने भी शून्य बजट पर खेती को लेकर प्रशिक्षण दिया। मौके पर परियोजना के एसआरएफ आलोक राज, सहायक शंभू राम, किसान जगरनाथ सहनी, रघुवीर सहनी, प्रकाश मिश्रा, ललन प्रसाद यादव, ओला सहनी, जंगबहादुर सहनी, चंद्रदेव राम आदि मौजूद थे।