बेरोजगारी दूर करने के लिए उद्योग लगाने की जरूरत
बढ़ती गर्मी के बीच चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। 12 मई को होने वाले चुनाव को ले नेताओं के चुनावी सभा लगने लगी है।
मोतिहारी । बढ़ती गर्मी के बीच चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। 12 मई को होने वाले चुनाव को ले नेताओं के चुनावी सभा लगने लगी है। जिला निबंधन कार्यालय परिसर स्थित कातिब संघ के सदस्यों का कहना है कि आज नेता आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति कर रहे हैं। विकास व जरूरी मुद्दों पर कोई बात नहीं कर रहा। चुनावी वादों के बीच आम लोगों की भी अपनी अपेक्षाएं हैं। शहर, जिला, राज्य व देश को सब समृद्ध देखना चाह रहे हैं। खासकर मोतिहारी में पिछले कुछ वर्षो से हुए विकास पर लोगों ने खुशी जताई। इसके बावजूद कुछ समस्याएं भी हैं, जिसे गिनाया। लोगों ने बेरोजगारी की समस्या से निपटने के लिए नए-नए उद्योग धंधे लगाने की बात कही। साथ ही कुटीर उद्योग के साथ-साथ छोटे व्यवसायियों को सुविधा से ऋण मिल सके। इस दिशा में ठोस कार्रवाई की बात कही। वही बरसात के दिनों में शहर के विभिन्न वार्डो में होने वाले जलजमाव की समस्या से निजात के लिए मास्टर प्लान के तहत जल निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित कराने की बात रखी। निबंधन कार्यालय परिसर के कातिबखाना परिसर में बिहार दास्तावेज संघ के सदस्यों ने बुधवार को दैनिक जागरण द्वारा आयोजित चुनावी चौपाल में खुल कर अपनी बातों को रखा। प्रस्तुत है चौपाल में लोगों के द्वारा बातचीत के अंश :-
बेहतर स्वास्थ्य व शिक्षा सभी की जरूरत है। इस दिशा में ठोस पहल की आवश्यकता है। सरकारी अस्पतालों में दवाओं की शत प्रतिशत उपलब्धता हो, ताकि सुदूर ग्रामीण क्षेत्र से पहुंचने वाले गरीब व जरूरतमंद मरीजों को इसका लाभ मिल सके। इस दिशा में काम करने की जरूरत है। मोतीझील की सफाई के साथ इसका सौंदर्यीकरण जरूरी है। वही किसानों के हित में सार्थक पहल होनी चाहिए। मो. साह आलम, सदस्य बिहार दस्तावेज संघ।
जिले के बढ़ रही बेरोजगारी को देखते हुए उद्योग धंधे लगना जरूरी है, ताकि युवाओं को रोजगार की तलाश में अन्य प्रदेशों का रूख न करना पड़े। साथ ही कुटीर उद्योग को बढ़ावा देने की दिशा में भी ठोस पहल की जरूरत है। इससे लोगों को रोजगार भी मिल सकेगा। वही महात्मा गांधी केंद्रीय विश्व विद्यालय के लिए भूमि व भवन को उपलब्ध कराने की दिशा में कार्य हो। अशोक कुमार, प्रांतीय संगठन मंत्री सह जिला सचिव। शहर के लोगों की सबसे बड़ी समस्या ट्रैफिक की है। सड़कें ठीक रहने के बाद भी जाम की समस्या से लोग परेशान रहते हैं। चीनी मिल सबसे जरूरी है। किसानों को अपने गन्ने को दूसरे मिल में भेजने में अधिक खर्च करना पड़ रहा है। चांदमारी व कचहरी चौक पर रेल ओवरब्रीज का निर्माण जरूरी है। इससे आवागमन बेहतर होगा और जाम की समस्या से भी निजात मिल सकेगा। रमेश कुमार वर्मा, सदस्य मुद्रांक विक्रेता संघ।
मोतीझील के साथ जिले के सभी पर्यटन स्थलों का विकास होना चाहिए। इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, साथ ही साथ लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। मोतीझील के विकास के साथ वहां व्यवसाय की भी पहल होनी चाहिए। रोजगार के प्रति संवेदनशील होना होगा, तभी हम बेरोजगारी की समस्या को हल कर सकते हैं। इसके लिए छोटे-छोटे कुटीर उद्योग को प्रोत्साहित करने के लिए लोन की व्यवस्था को सरल करने की जरूरत हैं। राम सुंदर प्रसाद, अध्यक्ष मुद्रांक विक्रेता संघ। राष्ट्रीय राज्य मार्ग पर नगर परिषद द्वारा की जा रही वसूली अवैध होते हुए भी इसे रोकने की दिशा में कोई पहल नहीं हो पाती। यह टैक्स नगर परिषद क्षेत्र में माल उतारने व लोड करने के लिए लिया जाता है, लेकिन नगर परिषद एनएच पर चलने वाले वाहनों से भी टैक्स की वसूली करती है, जो व्यवसायियों के हित में नहीं है। सरकार को पेट्रोल व डीजल को भी जीएसटी के दायरे में लाना चाहिए, इससे आम लोग लाभान्वित होंगे। रामेश्वरनाथ गोस्वामी, सदस्य बिहार दस्तावेज संघ। स्थानीय, राज्य व देश के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा, सुरक्षा व रोजगार सबसे बड़ा मुद्दा है। इसके अभाव में देश का विकास नहीं हो सकता। इसके अलावा आपराधिक चरित्र वाले लोगों से परहेज करने की जरूरत है। समाज को जाति व धर्म के आधार पर नहीं बांटकर विकास की बात होनी चाहिए। जब लोगों की आवश्यक आवश्यकताएं पूरी होंगी तो समस्याएं स्वत: दूर होती चली जाएंगी। संजीव कुमार झा उर्फ गुड्डू झा, सदस्य बिहार दस्तावेज संघ। आज के युवा कल के भविष्य होते हैं। इस कारण सबसे पहले उन्हें रोजगार के नए अवसर देने की व्यवस्था की जानी चाहिए। बेहतर शिक्षा के साथ जबतक उन्हें रोजगार से नहीं जोड़ा जाएगा, तबतक समृद्ध समाज का निर्माण संभव नहीं है। स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की दिशा में भी प्रयास जरूरी है। जिले में मेडिकल कॉलेज का अभाव है। इस दिशा में भी कार्य होना चाहिए। अविनाश कुमार, सदस्य बिहार दस्तावेज संघ। मोतीझील शहर की शान है। इसे संरक्षित करने के साथ पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने के लिए योजना बनाने की जरूरत है। शहर में कई प्रकार की समस्याएं हैं, जिसके निदान के लिए कोई प्लानिग नहीं है। सड़क व डिवाइडर का निर्माण बिना सोचे-समझे किया जा रहा है। बेरोजगारी की समस्या बढ़ती जा रही है। इससे निपटने के लिए मास्टर प्लान के तहत उद्योग धंधे लगाने की जरूरत है। इसमें जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ प्रशासनिक अधिकारियों को ठोस पहल करने की जरूरत है। श्यामसुंदर प्रसाद, पूर्व अध्यक्ष बिहार दस्तावेज संघ। इन्होंने रखी बात : अरुण कुमार श्रीवास्तव, रंजीत कुमार, पप्पू श्रीवास्तव, दिलीप कुमार आदि ने भी अपनी बातों वे शहर के जरूरी मुद्दों को रखा।