बच्चों में वैज्ञानिक चेतना का विकास जरूरी : संतोष
राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज मोतिहारी के सभागार में रविवार की शाम आयोजित सेमिनार में भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर (बीएआरसी) मुंबई के वरिष्ठ वैज्ञानिक संतोष टाकले ने कहा कि बचों में वैज्ञानिक चेतना का विकास न सिर्फ जरूरी है बल्कि यह सम सामयिक भी है।
मोतिहारी। राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज मोतिहारी के सभागार में रविवार की शाम आयोजित सेमिनार में भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर (बीएआरसी) मुंबई के वरिष्ठ वैज्ञानिक संतोष टाकले ने कहा कि बच्चों में वैज्ञानिक चेतना का विकास न सिर्फ जरूरी है बल्कि यह सम सामयिक भी है। इससे न सिर्फ उनमें सकारात्मकता आएगी बल्कि सामाजिक सौहार्द भी मजबूत होगा। वे वैज्ञानिक ²ष्टिकोण से ब्रह्मांड की समझ विषयक सेमिनार में बोल रहे थे। उन्होंने बेहद सरल तरीके से विषय को परिभाषित करते हुए छात्र-छात्राओं के सामने अपनी बातें रखीं। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. फजले सरवर ने कहा कि संतोष टाकले जैसे वैज्ञानिक बच्चों के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं। इस तरह के कार्यक्रम से वैज्ञानिक समझ विकसित होगी। कार्यक्रम का संचालन करते हुए व्याख्याता प्रियंवदा ने विषय प्रवेश कराया और आयोजन के उद्देश्य पर रोशनी डाली। शाम का वक्त होने के बाद भी विद्यार्थियों की उपस्थिति इस बात की गवाही दे रही थी कि ऐसे कार्यक्रमों में उनकी दिलचस्पी कम नहीं है। इस अवसर पर कई छात्र-छात्राओं ने सवाल पूछ कर अपनी जिज्ञासा शांत की। यहां बता दें कि श्री टाकले शीर्ष के वैज्ञानिक होने के साथ-साथ कुशल वक्ता एवं सामाजिक सरोकार वाले इंसान भी हैं। उनकी प्राथमिकता देश व समाज की सामूहिक प्रगति है। वे इस वक्त व्याख्यान यात्रा पर हैं और देश के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में बच्चों से रूबरू हो रहे हैं। कार्यक्रम के आयोजन में व्याख्याता मो. रजी असगर, अशोक कुमार गौरव, बाबुल इल्म, जयंत राज, रिजवान आलम, सत्यदेव राम, अभय कुमार गिरी, राजेश रंजन आदि ने सक्रिय भूमिका निभाई। मौके पर व्याख्याता राणा रणधीर प्रताप, स्मृति रतन, फिरदोस आलम, रामेश्वर पांडेय, तकनीकी सहयोगी महेश्वर प्रसाद आदि उपस्थित थे।