बापूधाम मोतिहारी स्टेशन का तेजी से हुआ विकास
मोतिहारी। बापूधाम मोतिहारी स्टेशन स्वच्छता रैकिग में देश में 23वें स्थान पर आ गया है। इससे यहां खुशी की लहर है। स्टेशन का तेजी से विकास हुआ है।
मोतिहारी। बापूधाम मोतिहारी स्टेशन स्वच्छता रैकिग में देश में 23वें स्थान पर आ गया है। इससे यहां खुशी की लहर है। स्टेशन का तेजी से विकास हुआ है। परिसर में गांधीजी और आजादी के आंदोलन से जुड़ी तस्वीरें लगाई हैं। किसानों की दुर्दशा, गांधी द्वारा कराए गए विभिन्न कार्यक्रमों को स्मृति चिह्न व चित्रों के माध्यम से उकेरा गया है। गांधी के सपनों का स्टेशन पर बापू के साथ बा की प्रतिमा सजधज कर लगी है। गौरतलब है कि सौ साल पहले चंपारण आगमन के दौरान महात्मा गांधी इसी स्टेशन पर उतरे थे। इसलिए मोतिहारी स्टेशन का नाम बापूधाम मोतिहारी किया गया। स्टेशन के बाहरी परिसर में ट्रेन से महात्मा गांधी का मोतिहारी स्टेशन पर आगमन का एक लाइव मॉडल बनाया गया है। जबकि, गांधी और कस्तूरबा गांधी की प्रतिमा का इनसिगिया के रूप में स्थापित किया गया है। यात्रियों की सुविधा के लिए वाइ-फाइ सुविधा के साथ-साथ प्लेटफार्म नंबर एक पर प्रवेश और निकास द्वार का निर्माण कराया गया है। बाहरी परिसर को भी री-डिजाइन कर नया लुक दिया गया है। स्टेशन पर प्रवेश के लिए दो प्रमुख द्वार बनाए गए हैं। नई इलेक्ट्रिक हाईमास्ट लगाकर रात्रि में पूर्ण प्रकाश की व्यवस्था की गई है। थ्री-डी एलइडी स्टेशन नेम प्लेट बोर्ड तीन भाषाओं में लगाए गए हैं। इसके अतिरिक्त प्लेटफार्म पर कोच इंडिकेटर बोर्ड, ट्रेन इंडिकेशन बोर्ड तथा वीडियो वाल लगाई गई है। महिला प्रतीक्षालय में सेनेटरी पैड वेंडिग मशीन भी लगाई गई है। बापूधाम स्टेशन को नया लुक देने में बापूधाम मोतिहारी के सहायक मंडल अभियंता अर्जुन सिंह और उनकी टीम का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। स्टेशन के बदलाव की डिजाइनिग एवं ग्राफिग उनके द्वारा की गई है। निर्माण के दौरान उन्होंने कार्य की गुणवत्ता पर कोई समझौता नहीं किया गया है। स्टेशन के स्वच्छता कि दिशा में स्टेशन अधीक्षक राकेश कुमार त्रिपाठी और चीफ स्वास्थ्य निरीक्षक आनंद कुमार अहम योगदान है। अब बापूधाम स्टेशन देश के सभी स्टेशनों में सबसे अनोखा हो गया है।