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सुरक्षा के प्रति संवेदनशील होने पर हादसे होंगे कम

मोतिहारी। अक्सर हम जब वाहन चलाते हैं तो यातायात के नियमों का पालन नहीं करते। हमारी सुरक्षा को लेकर ब

By JagranEdited By: Published: Fri, 16 Nov 2018 11:10 PM (IST)Updated: Fri, 16 Nov 2018 11:10 PM (IST)
सुरक्षा के प्रति संवेदनशील होने पर हादसे होंगे कम
सुरक्षा के प्रति संवेदनशील होने पर हादसे होंगे कम

मोतिहारी। अक्सर हम जब वाहन चलाते हैं तो यातायात के नियमों का पालन नहीं करते। हमारी सुरक्षा को लेकर बनाए गए नियम हम खुद तोड़ते हैं। फलस्वरूप हादसे होते हैं। चाहे वाहनों की तेज रफ्तार हो या बिना हेलमेट व कार बेल्ट लगाए चलने की आदत, यह सब हादसे की मुख्य वजह होते हैं। जब हम खुद की सुरक्षा के प्रति संवेदनशील होंगे तो निश्चित रूप से सड़क हादसे में कमी होगी। प्रशासनिक स्तर पर हेलमेट पहनने के लिए नियम भी बनाए गए हैं। इसकी जांच भी होती है। लेकिन, सबसे बड़ी बात यह है कि हमें इस बात का अहसास करना होगा कि हेलमेट पहनना खुद के लिए कितना जरूरी है। अक्सर यह देखा गया है कि सड़क हादसे में सिर में चोट लगने से मौत अधिक होती है। इसलिए हमें सबसे पहले अपने सिर को सुरक्षित रखने के लिए संवेदनशील होना होगा। कार व अन्य चारपहिया वाहनों के चलाने के क्रम में अधिकतर बिना बेल्ट लगाए वाहन चलाने व बैठने की हमारी आदत सी बन गई है। जबकि सरकार ने नियम बना रखा है कि बाइक चलाने वाले व बैठने वाले दोनों को हेलमेट पहनना अनिवार्य है। कारण सड़क हादसों की स्थिति में खतरा दोनों को बराबर रहता है। आइएसआइ मार्का वाले हेलमेट का उपयोग होता है सुरक्षित बाजार में बिकने वाले सस्ते कीमत पर भी हेलमेट उपलब्ध हैं। सुरक्षा मानकों पर इस प्रकार के हेलमेट खरा नहीं उतरते। हादसे की स्थिति में वे अक्सर टूट जाते हैं और सर को नुकसान पहुंच सकता है। सरकार ने यह भी तय कर रखा है कि सुरक्षित रहने के लिए आइएसआई मार्का वाले हेलमेट का ही उपयोग करें। अक्सर यह भी देखा जाता है कि कुछ लोग हेलमेट पहनने के बजाय वाहनों में लटका कर चलते हैं। इस प्रकार के लोग नियम को तोड़ने के साथ-साथ अपनी जान को भी जानबूझकर दांव पर लगाते हैं।

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बच्चों को भी हेलमेट लगाने की डालें आदत वाहनों पर महिलाओं व बच्चों को भी हेलमेट पहनकर बैठना चाहिए। अक्सर हम इस बात पर ध्यान नहीं देते हैं। खासकर बच्चों का सिर नाजुक होता है। गिरने की स्थिति में हल्की चोट भी बच्चे बर्दाश्त नहीं कर पाते। इसलिए सुरक्षा के ²ष्टिकोण से इस बात पर ध्यान देना चाहिए। इसके अलावा कार के आगे वाली सीट पर बच्चों को नहीं बैठने देना चाहिए। इसकी मुख्य वजह यह है कि हादसे होने की स्थिति में बच्चों को अधिक नुकसान हो सकता है।


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