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जब बाल-बाल बचे दरभंगा के 'सिंघम' जानिए कैसे बची जान

दरभंगा के एसएसपी नाव में सवार होकर कोसी नदी के उस पार तिलकेश्वर ओपी जा रहे थे कि बीच में ही नाव डगमगाने लगी और तेज धार में बहने लगी। युवकों ने तैरकर एसएसपी की नाव को बचा लिया।

By Kajal KumariEdited By: Published: Tue, 29 May 2018 01:06 PM (IST)Updated: Tue, 29 May 2018 09:52 PM (IST)
जब बाल-बाल बचे दरभंगा के 'सिंघम' जानिए कैसे बची जान
जब बाल-बाल बचे दरभंगा के 'सिंघम' जानिए कैसे बची जान

दरभंगा [जेएनएन]। तिलकेश्वर ओपी का निरीक्षण करने गए एसएसपी मनोज कुमार सहित कई पुलिस पदाधिकारियों की जान बच गई। सभी नाव पर सवार होकर तिलकेश्वर ओपी की ओर जा रहे थे। इसी बीच नाविक के हाथ से रस्सी छूट गई और तेज धार में नाव बह कर आधा किमी दूर चली गई। नाव डगमगाने लगी। डर से सभी की हालत खराब थी।

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इस बीच बांध पर खड़े कुछ युवकों ने जान की बाजी लगाकर नदी में छलांग लगा दिए। नाव के पास पहुंचकर दो युवक नाव को संभालने की कोशिश की। बावजूद, नाव नहीं संभल रहा था। इसके बाद एक और युवक पहुंच गया। इसके बाद वह नाव की रस्सी को खोजकर पकड़ लिया और खींचकर नदी के किनारे लगा दिया। इसके बाद सभी सकुशल यात्रा के लिए रवाना हो गए।

नाव पर एसएसपी के अलावा बेनीपुर डीएसपी उमेश्वर चौधरी, बिरौल डीएसपी दिलीप कुमार झा, तिलेकेश्वर ओपी प्रभारी हरिकिशोर यादव, कुशेश्वरस्थान थानाध्यक्ष राशिद परवेज, अंगरक्षक पंकज सहित कई पुलिस कर्मी सवार थे।   

अब नहीं चलेगी दबंगई, खेत-खलिहान लूटने वालों पर होगी कार्रवाई 

एसएसपी मनोज कुमार सोमवार को जब कोशी दियारा क्षेत्र स्थित तिलकेश्वर ओपी का निरीक्षण करने पहुंचे तो वहां के लोगों में उम्मीदें की किरण जग गई। स्थानीय लोगों में खुशी छा गई। लोगों की भीड़ स्वागत में जुट गई।  वर्षों बाद कोई एसएसपी उस क्षेत्र का हाल जानने पहुंचे थे। इस कारण से लोगों में खुशी का ठिकाना नहीं था।

आवागमन सुलभ नहीं रहने के कारण पीड़ित लोग चाहकर भी वरीय अधिकारी से फरियाद नहीं कर पाते थे। आज उनके द्वार स्वयं एसएसपी पहुंच गए। ऐसी स्थिति में फरियादियों को भीड़ उमड़ पड़ी। लोगों का दुलार-प्यार देख एसएसपी ने गांव का पैदल भ्रमण किया।

इस बीच जगदीश साह व उनकी पत्नी ने एसएसपी के आने की सूचना मिलते ही दौड़े-दौड़े उनके पास पहुंच कर अपनी भूमि को दबंग के कब्जे से मुक्त कराने की फरियाद की। कहा कि हमारी सात एकड़ की भूमि दबंग लोग कब्जा कर लिए हैं। इसका सारा दस्तावेज हमारे पास है।

लेकिन, सरकारी स्कूल के संचालक उस भूमि को स्कूल का बताकर दबंग शंकर यादव के हाथ लीज पर दे दिया है। खेत पर जाते हैं तो मारपीट कर सभी भगा देते हैं। उसने उस भूमि पर मकई की खेती किया था। तैयार फसल को लूट लिया गया। दंपती ने फसल लौटाने की भी फरियाद की।

एसएसपी ने थानाध्यक्ष को दोबारा उस भूमि पर 144 लगाने का आदेश दिया। कहा कि किसी भी दबंग की अब दादागिरी नहीं चलेगी। जांच तक उक्त भूमि पर फसल लगाने से रोक लगाने का आदेश दिया। स्कूल की अगर वह जमीन है तो उसका प्रमाण देने को कहा।

साथ ही यह भी पता लगाने को कहा कि अगर स्कूल संचालक ने उस भूमि को लीज पर दिया है तो उसकी आय कहां है। इसकी जांच करने का आदेश दिया। कहा कि कही जेब में रुपया तो नहीं रखा जा रहा है। अगर ऐसी बात जांच में आई तो कड़ी कार्रवाई करने की बात कही। 

इलाके की सुरक्षा के लिए खुलेगा नाव थाना 

एसएसपी मनोज कुमार ने बाढ़ इलाके व दियारा क्षेत्र का भ्रमण कर वहां के दर्द को समझने की कोशिश की। पता चला कि वहां बाढ़ के समय अपराधियों का चलती हो जाती है। कई ने इसका ज्वलंत उदाहरण भी बताया। इसके बाद उन्होंने गांव के लोगों में कानून के प्रति विश्वास जगाया।

कहा कि हम आपके दर्द को मिटाने के लिए आए हैं। आप अपनी समस्याएं बताएं। यहां अपराधियों की नहीं बल्कि, आपके प्यार व मुस्कान का जमाना होगा। उन्होंने उसी क्षण नाव थाना खोलने का निर्देश दिया। कहा कि इस क्षेत्र की निगरानी नाव थाना से की जाएगी। जिसपर प्रशिक्षित जवान अत्याधुनिक हथियार से लैस होकर ड्यूटी करेंगे। नाव से गश्ती की जाएगी। नाव पर ही प्राथमिकी दर्ज होगी और वहीं कार्रवाई की जाएगी। 


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