लनामिविवि के कॉलेजों में दूसरे दिन भी ठप रहा कामकाज
बिहार राज्य विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय शिक्षकेतर कर्मचारी महासंघ के ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय प्रक्षेत्र के आह्वान पर दो दिवसीय कलम बंद हड़ताल शनिवार को भी पूर्णत सफल रहा।
दरभंगा । बिहार राज्य विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय शिक्षकेतर कर्मचारी महासंघ के ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय प्रक्षेत्र के आह्वान पर दो दिवसीय कलम बंद हड़ताल शनिवार को भी पूर्णत: सफल रहा। दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर और बेगूसराय के अंगीभूत कॉलेजों में जहां लगातार दूसरे दिन कार्यालयों में कामकाज पूरी तरह ठप रहा, वहीं दूसरी ओर कक्षाएं भी प्रभावित हुई। सातवें वेतनमान में अविलंब वेतन भुगतान किए जाने, सामूहिक बीमा की राशि का 12.5 फीसद की दर से अविलंब भुगतान किए जाने, न्यायादेश के आलोक में अवमानना बाद से आच्छादित सभी कर्मियों को पूर्ण बकाए का भुगतान किए जाने, वर्ष 2016-17 के एसीपी एवं एमएसीपी के अंतर वेतन का भुगतान कार्यरत एवं अवकाश प्राप्त कर्मियों को अविलंब किए जाने, मृत कर्मियों के शेष बचे पाल्यों की अविलंब नियुक्ति किए जाने, विश्वविद्यालय परिनियम के आलोक में प्रत्येक छह माह पर कर्मियों की प्रोन्नति परीक्षा आयोजित कर प्रोन्नति दिए जाने, संवर्ग परिवर्तन में एकरूपता लाने, स्नातक उत्तीर्ण कर्मियों को उत्तीर्णता की तिथि से प्रोन्नति की तिथि परिवर्तित किए जाने, प्रोन्नति के मामले में उच्च न्यायालय के निर्णय का समान रूप से अनुपालन किए जाने, पुस्तकालयाध्यक्ष को यूजीसी से निर्धारित वेतनमान दिए जाने सहित प्रक्षेत्रीय कार्यालय का अविलंब मरम्मत किए जाने सरीखे 11 सूत्री लंबित मांगों के समर्थन में यह दो दिवसीय कलम बंद हड़ताल आहूत की गई। हड़ताल के दूसरे दिन समीक्षा बैठक हुई जिसमें प्रक्षेत्रीय मंत्री विनय कुमार झा ने कहा कि मांगों की पूर्ति होने तक कोई भी शिक्षकेतर कर्मी चैन से नहीं बैठेंगे और विरोध के स्वर क्रमश: मुखर होते रहेंगे। बताया कि सोमवार से सभी महाविद्यालयों के कर्मी अपने कामों पर लौटेंगे और अगले सप्ताह महासंघ के वृहत परिषद की बैठक में आंदोलन को धारदार बनाए जाने की अगली रणनीति तय की जाएगी। जिला मंत्री राधेश्याम झा ने कहा कि शिक्षकेतर कर्मियों की लंबित मांगों की अनदेखी अब और अधिक बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सीएम साइंस कॉलेज इकाई के सचिव अनुपम कुमार झा ने कुलपति सहित विश्वविद्यालय के अन्य पदाधिकारियों की उपेक्षापूर्ण नीति की घोर निदा की। जितेंद्र राम ने कहा कि गुरुवार की घटना के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन का असली चेहरा सामने आ गया है। कुलदीप कुमार झा ने कहा कि शिक्षकेतर कर्मियों की पुरानी मांगों की अनदेखी करने से विश्वविद्यालय प्रशासन की दोहरी नीति खुलकर सामने आ गई है और कर्मियों ने उनकी नीति और नीयत के फर्क को काफी करीब से देख लिया है। बैठक में सीएम साइंस कॉलेज के सतीश कुमार, जितेंद्र कुमार महतो, प्रवीण कुमार झा, रोहित कुमार झा, लीला कुमारी, अर्जुन मलिक, सिदु कुमारी, रमाशंकर भंडारी, शिव शंकर झा, कृष्ण कुमार चौधरी, सीएम कॉलेज के विदेश्वरी यादव, सीएम लॉ कॉलेज के गगन कुमार, एमआरएम कॉलेज के चंदन कुमार ठाकुर, मिल्लत कॉलेज के रामशंकर झा, मारवाड़ी कॉलेज के विजय कुमार, केएस कॉलेज के हर्षवर्धन कुमार सिंह सहित एमएलएसएम कॉलेज के पवन कुमार मिश्र ने भी अपने विचार रखे। बता दें कि गुरुवार को कर्मचारियों ने विवि मुख्यालय में मांगों के समर्थन में प्रदर्शन किया था जिसके बाद वार्ता विफल हो गई थी। कर्मियों ने उस दिन देर रात तक विवि के पदाधिकारियों को बंधक बना कर रखा था।
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