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शराब से भरी लग्जरी बस बरामद, मालिक सहित आठ पकड़ाए

शराब कारोबारी के खिलाफ चलाए गए अभियान में सोमवार को पुलिस ने एक लग्जरी बस को जब्त कर आठ करोबारियों को दबोच लिया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 24 Sep 2019 01:30 AM (IST)Updated: Tue, 24 Sep 2019 06:34 AM (IST)
शराब से भरी लग्जरी बस बरामद, मालिक सहित आठ पकड़ाए

दरभंगा। शराब कारोबारी के खिलाफ चलाए गए अभियान में सोमवार को पुलिस ने एक लग्जरी बस को जब्त कर आठ करोबारियों को दबोच लिया। पुलिस इस सफलता से काफी उत्साहित है। दरअसल, जिला पुलिस ने पहली बार शराब कारोबारियों के नए ट्रेंड का उदभेदन किया है। जब्त बस के बोनट पर पुलिस का लोगो भी पाया गया है। इससे पहले पुलिस शराब से लदी ट्रक, पिकअप, एम्बुलेंस, बैंक वैन, कार आदि को पकड़ चुकी है। लेकिन, इस तरह का मामला अभी तक सामने नहीं आया था। प्रभारी एसएसपी योगेंद्र कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना के तहत दरभंगा-मुजफ्फरपुर फोरलेन के भालपट्टी ओपी के पास किलाबंदी कर वाहन चेकिग की गई। इस दौरान असम के जोरहट से सीतामढ़ी के भिठ्ठामोड़ जाने वाली लग्जरी बस एस03ई-0107 को रोका गया। चेकिग के दौरान पुलिस भौंचक रह गई। बस के सीट के नीचे से कपड़े के गांठ में बंधे 9 गठिया और दो बैग बरामद किए गए। जब इसे खोलने को कहा गया तो पहले बस संचालक व कारोबारियों ने चकमा देने की कोशिश की। बाद में सख्ती बरतने पर गठिया और बैग को खोला गया। अंदर से 795 शराब की बोतलें पाई गई। इसके बाद पुलिस ने बस मालिक व मधुबनी जिला के अरेर थाना क्षेत्र के करही गांव निवासी मो. नसीर के पुत्र मो. कलाम, बस चालक व हरलाखी थाना के लहरिया निवासी मो. नाजीर के पुत्र मो. सईद, खलासी व सीतामढ़ी जिले के सुरसंड थाना के सुरसंड निवासी सीता भंडारी के पुत्र शिवशंकर भंडारी सहित कारोबारी व सुरसंड थाना के हनुमाननगर निवासी धुनाई मंडल के पुत्र वीरेंद्र मंडल, समस्तीपुर जिले के गढुआ निवासी अर्जुन मुखिया के पुत्र सरोज मुखिया, कमलधारी मुखिया के पुत्र रंजीत मुखिया, वासुदेव मुखिया के पुत्र राधे मुखिया और सिधिया थाना के टारा निवासी रामविलय मुखिया के पुत्र रोहित मुखिया दबोच लिया। पूछताछ में समस्तीपुर जिला के गिरफ्तार किए गए सभी कारोबारियों ने स्वीकार किया है वे लोग गुवाहाटी में ठेला चलाने का काम करता थे। बस संचालक की ओर से उन लोगों को प्रलोभन दिया गया और वे लोग शराब कारोबार से जुड़ गए। बस मालिक इन लोगों को यात्री बनाकर लाता था और ला जाता था। इसके एवज में रुपये का भुगतान किया जाता था। यही कारण था कि पुलिस को बस पर शक हुआ। लंबी दूरी से बस आने के बाद भी गाड़ी में उतनी संख्या में यात्री नहीं थे, जितनी की उम्मीद थी। जबकि, बस के अंदर काफी सामान पाया गया। प्रभारी एसएसपी कुमार ने बताया कि सूचना के तहत त्वरित कार्रवाई की गई और कारोबार से जुड़े सभी लोगों को एक साथ दबोच लिया गया।

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