भागवत कथा के रसपान से होता जीवन का कल्याण
भागवत कथा का रसपान करने से प्रत्येक मनुष्य के जीवन में कल्याण होता है।
दरभंगा। भागवत कथा का रसपान करने से प्रत्येक मनुष्य के जीवन में कल्याण होता है। इसके श्रवण से गुणात्मक कल्याण होता है। उक्त बातें बेनीपुर के मझौड़ा में चल रहे नौ दिवसीय भागवत कथा के पहले दिन रविवार को कोलकाता से आए वेदानन्द शास्त्री आनन्द ने कही। कहा कि भक्ति, वैराग्य का यह अदभुत संगम है। आप जिस कामना के साथ कथा श्रवण करते हैं, उसी प्रकार से आप लाभान्वित होते हैं। कहा कि भगवान कि गुणानुवाद, लीलानुवाद का श्रवण हमें सभी प्रकार के श्रापों से अर्थात दैहिक, दैविक और भौतिक पापों से मुक्ति दिलाती है। शास्त्रीजी ने कहा कि आध्यात्म चितन से हमारे जीवन में उत्थान होते है।कहा कि सरलता व सहजता से त्याग करके भगवत की शरण में आ गए तो उनका कल्याण निश्चित है। कहा कि प्रभु कि भक्ति कभी भी कोई कर सकता है।हमें अपने आचरण कि शुद्धताप का ख्याल रखना चाहिए।
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