निजी नर्सिंग होम में नवजात बच्चों को बदलने की शंका पर हंगामा
दरभंगा। लहेरियासराय थाना क्षेत्र के एक निजी नर्सिंग होम में गुरुवार को नवजात बच्चे को बदलने के आरोप को लेकर जमकर हंगामा हुआ। घटना की सूचना पर थानाध्यक्ष एचएन सिंह दल-बल के साथ पहुंचे।
दरभंगा। लहेरियासराय थाना क्षेत्र के एक निजी नर्सिंग होम में गुरुवार को नवजात बच्चे को बदलने के आरोप को लेकर जमकर हंगामा हुआ। घटना की सूचना पर थानाध्यक्ष एचएन सिंह दल-बल के साथ पहुंचे। घंटों चले हाई-वोल्टेज ड्रामा में दोनों प्रसूता के अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट की जांच की गई। इसमें नवजात बच्ची का वजन अल्ट्रासाउंड में साढ़े तीन किलो पाया गया। वर्तमान में भी वहीं वजन था। जबकि, नवजात पुत्र का वजन दोनों ही स्थिति में दो किलो ही पाया गया। इस आधार पर पीड़ित पक्ष संतुष्ट हुए। अपनी गलती मान ली। दरअसल, कोरोना संकट को देखते हुए स्वजनों को ऑपरेशन थियेटर में जाने से मना कर दिया गया। कुछ ही पल में एक पक्ष नवजात को बदलने का आरोप लगाकर हंगामा करने लगा। पुलिस के पहुंचने पर दोनों पक्ष एक-दूसरे पर मारपीट करने का आरोप लगाने लगे। कर्मियों से पूछताछ की गई और वीडियोग्राफी के माध्यम से बयान लिया गया। घटना के संबंध में बताया गया कि बहादुरपुर थाना क्षेत्र के प्रेमजीवर गांव निवासी व झारखंड पुलिस कर्मी रामबाबू पासवान ने अपनी गर्भवती पत्नी संगीता कुमारी को साढ़े दस बजे भर्ती कराया। लगभग साढ़े बारह बजे ऑपरेशन से बच्चे को जन्म दी। लेकिन, कुछ ही पलों में उसके स्वजनों ने नवजात को बदलने का आरोप लगाकर हंगामा करने लगे। मधुबनी जिले के मधेपुर निवासी जावेद अनवर की भावो सैला खातून की नवजात पुत्री से अपने पुत्र को बदल देने का आरोप लगाने लगे। इधर, इस बात को जावेद अनवर और उसके स्वजन मानने को तैयार नहीं थे। नवजात पुत्र को अपना मानकर अड़ गए। इस बात को लेकर दोनों पक्षों में जमकर हंगामा हुआ। इसी बीच जावेद नवजात को बच्चे के चिकित्सक से दिखाने के लिए स्कार्पियो गाड़ी से बाहर ले गए। इसे लेकर रामबाबू पासवान और हंगामा करने लगे। लेकिन, पूछताछ में पता चला कि उस नवजात को शिशु रोग विशेषज्ञ के यहां भर्ती कराया गया है। पुलिस ने दोनों पक्षों को शांत कराया।