प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता के लिए सामयिक ज्ञान व एकाग्रता जरूरी : डॉ. मुश्ताक
सामान्य योग्यता और डिग्री प्राप्त करने एवं राष्ट्रीय स्तर की विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षा में शामिल होकर उतीर्ण होना दोनो में अंतर है।
दरभंगा। सामान्य योग्यता और डिग्री प्राप्त करने एवं राष्ट्रीय स्तर की विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षा में शामिल होकर उतीर्ण होना, दोनो में अंतर है। डिग्री के लिए पाठ्यक्रम का गहन अध्ययन करना पड़ता है। जबकि, प्रतियोगिता परीक्षाओं के लिए पाठ्यक्रम से अलग सामयिक ज्ञान एवं धैर्य व एकाग्रता सफलता की कुंजी होती है। सीएम कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. मुश्ताक अहमद ने शुक्रवार को यह बातें कहीं। डॉ. अहमद कॉलेज में संचालित निशुल्क अल्पसंख्यक कोचिग के छात्र-छात्राओं को मुफ्त पाठ्य सामग्री समारोह में बोल रहे थे। कहा कि आज प्रतिस्पर्धा का युग है। जो जितनी रफ्तार से चलेगा, उसे उतनी जल्दी मंजिल मिल सकेगी। डॉ. अहमद ने कहा कि निशुल्क कोचिग उद्देश्य आर्थिक ²ष्टि से कमजोर अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों को प्रतियोगिता परीक्षा में शामिल होने के योग्य बनाना और उन्हें रोजगार से जोड़ना है। ऐसा इसलिए, क्योंकि जब तक देश के अल्पसंख्यकों का सामाजिक और आथिर्क स्तर नहीं बदलेगा, देश का विकास नहीं हो सकता। कहा कि बिहार सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के सौजन्य से और मौलाना मजहरुल हक अरबी फारसी विश्वविद्यालय पटना की देखरेख में यह निशुल्क कोचिग संचालित हो रहा है। सीएम कॉलेज पूरे मिथिलांचल में एकमात्र कॉलेज है, जहां शिक्षक पात्रता परीक्षा, टीईटी टेस्ट और रेलवे, बैंकिग, कर्मचारी चयन आयोग आदि प्रतियोगिता परीक्षाओं के लिए प्रतियोगियों के लिए निशुल्क कोचिग की व्यवस्था है। बता दें कि दोनों प्रतियोगिता परीक्षाओं को लिए 75-75 उम्मीदवारों का जांच परीक्षा के आधार पर चयन हुआ है। शुक्रवार को सीटीईटी और बैंकिग-रेलवे-एसएससी प्रतियोगिता परीक्षा से संबंधित प्रत्येक छात्रों को 4-4 पुस्तकें निशुल्क दी गई। ये सभी पुस्तकें प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी से संबंधित हैं। डॉ. अहमद ने कहा कि यह योजना अल्पसंख्यकों के लिए है, लेकिन सीएम कॉलेज में दोनों परीक्षाओं के लिए 15-15 छात्रों की चयन अन्य वर्ग से भी लिया गया है, ताकि सामाजिक समरसता का पैगाम भी जाएगा। पुस्तक वितरण कार्यक्रम में प्रो. इरत•ा अहमद, प्रो. आफताब, डॉ. मजहर हुसैन, नवजीत कुमार, प्रो. फखरुद्दीन, डॉ. राजीव, डॉ. एजाज अहमद, विपिन कुमार सिंह, मो. रजा उल्लाह, वजाहत, नसीम अहमद आदि ने छात्रों को प्रतियोगिता परीक्षाओं की बारीकियों से रूबरू कराया। निशुल्क पुस्तक पाकर छात्र-छात्राओं के चेहरे पर खुशी की चमक और मन में उत्साह देखने लायक था। कोचिग पिछले एक माह से चल रहा है। डॉ. मुश्ताक अहमद ने कहा कि जुलाई तक निशुल्क कोचिग का संचालन होगा। पिछले वर्ष भी कोचिग का संचालन हुआ था और पूरे बिहार में यहां का परिणाम उत्सावर्धक था। सीटेट में 29 एवं बीपीएससी में 19 अभ्यार्थियों ने सफलता पाई थी।
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