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मेडिकल छात्र-छात्राओं के लिए ऑनलाइन हो रहा विशेष वर्ग संचालन

दरभंगा। कोरोना संक्रमण के दौर में मेडिकल की पढ़ाई करनेवाले दरभंगा मे़डिकल कॉलेज क

By JagranEdited By: Published: Wed, 14 Apr 2021 12:31 AM (IST)Updated: Wed, 14 Apr 2021 12:31 AM (IST)
मेडिकल छात्र-छात्राओं के लिए ऑनलाइन हो रहा विशेष वर्ग संचालन
मेडिकल छात्र-छात्राओं के लिए ऑनलाइन हो रहा विशेष वर्ग संचालन

दरभंगा। कोरोना संक्रमण के दौर में मेडिकल की पढ़ाई करनेवाले दरभंगा मे़डिकल कॉलेज के छात्र-छात्राओं की भी परेशानी बढ़ी है। एमबीबीएस के विद्यार्थियों को प्रैक्टिकल और क्लीनिकल क्लास करने का अवसर कॉलेज में नहीं मिल पा रहा है। मात्र काल्पनिक रूप से ही ऑनलाइन शिक्षा दी जा रही है। आर्यभट्ट विश्वविद्यालय की परीक्षा में शामिल होने के लिए 75 प्रतिशत उपस्थिति जरूरी है। इसके लिए सभी मेडिकल कॉलेजों में विशेष ऑनलाइन वर्ग संचालन हो रहा है। कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए मेडिकल कॉलेजों में वर्ग संचालन बंद किया गया है। छात्र- छात्राओं से हॉस्टल खाली करवा दिया गया है। ऐसे हो रही ऑनलाइन पढ़ाई :

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ऑनलाइन पढ़ाई तीन विधियों से होती है। प्री मेडिकल, पारा मेडिकल और क्लीनिकल शामिल है। प्री मेडिकल में एनाटॉमी, फिजियोलॉजी और बायोलॉजिकल की सैद्धांतिक पढ़ाई होती है। लेकिन, इसमें एनाटॉमिक की पढ़ाई में मानव शरीर के विभिन्न अंगों का विजिबल डिस्ट्रेक्शन की पढ़ाई नहीं हो पा रही है। वजह कक्षाएं ऑनलाइन हो रही हैं। दूसरी विधि के तहत पारा मेडिकल की पढ़ाई में पैथोलॉजी ,फरमाकोलाजी और माइक्रोबायोलॉजी की पढ़ाई होती है। इन विषयों की पढ़ाई तो हो रही है लेकिन इन विषयों का प्रैक्टिकल ठीक ढंग से नहीं हो पा रहा है। वहीं तीसरी क्लिनिकल की पढ़ाई में मेडिकल छात्रों को डेमोंसट्रेशन करना है। इसके साथ ही मरीजों पर बेड साइट टीचिग होना है। अब डेमोंसट्रेशन की पढ़ाई सामग्रियों को लेकर शिक्षक छात्रों को पढ़ाते हैं। लेकिन ऑनलाइन कक्षा में यह सामग्री छात्रों के पास नहीं होती है। इसी प्रकार मरीजों के बेड साइड टीचिग मरीजों की उपस्थिति में होती है । लेकिन ऑनलाइन सुविधा में यह संभव नहीं है।

अलग-अलग बने हैं ग्रुप

इस काल के छात्रों को ऑडियो रिकॉर्डिंग, पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन और विभिन्न माध्यम से पढ़ाया जा रहा है। बताया गया है कि छात्रों की पढ़ाई के लिए अलग-अलग ग्रुप बनाए गए हैं। सभी ग्रुप के छात्रों के पास लिक भेजा जाता है । छात्र इस ग्रुप से जुड़ जाते हैं। इधर दरभंगा कॉलेज के शिक्षक लैपटॉप के माध्यम से उनके मोबाइल या लैपटॉप पर पढ़ाते हैं। इसमें दूसरे कोरोना लहर में 2018, 2017 और 2016 बैंच के विद्यार्थी शामिल हैं। शेष बैच के छात्रों ने कोरोना के पहले चरण में परीक्षा दी थी। वर्तमान के तीन बैच के छात्रों की परीक्षा छह माह के भीतर होगी। कोरोना संक्रमण के कारण छात्र-छात्राओं को दी गई छुट्टी

कोरोना संक्रमण को देखते हुए छात्र-छात्राओं को मार्च 2021 में छुट्टी दे दी गई थी। सभी छात्र छात्राएं देश के विभिन्न राज्यों और जिलों से हैं। ऐसे छात्र ऑनलाइन पढ़ाई पर निर्भर हैं । कॉलेज में पढ़ाई ठप रहने के कारण छात्रों का वर्ग संचालन 75 प्रतिशत से कम हो जाएगा। सो, ऑनलाइन पढ़ाई शुरू की गई है। ताकि, परीक्षा में शामिल होने का मौका मिल सके। मेडिकल एजुकेशन यूनिट की को-अर्डिनेटर डॉ. पूनम कुमारी ने बताया कि क्लिनीकल और प्रैक्टिकल की पढ़ाई सिबॉलिक होती है। सैद्धांतिक की पढ़ाई भी हो रही है। संबंधित विभागों के शिक्षक उसी विभाग से छात्रों को ऑनलाइन पढ़ाते हैं।


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