कोढ़ा गिरोह का उद्भेदन, गिरफ्तार के बयान पर छह नामजद
दरभंगा शहर में लगातार झपट्टा मारकर रुपये उड़ाने वाले पूरे कोढ़ा गिरोह का पुलिस ने बुधवार को उदभेदन कर दिया।
दरभंगा । दरभंगा शहर में लगातार झपट्टा मारकर रुपये उड़ाने वाले पूरे कोढ़ा गिरोह का पुलिस ने बुधवार को उदभेदन कर दिया। सदर डीएसपी अनोज कुमार ने बताया कि यह गिरोह शहर में आए दिन लोगों को निशान बना रहा था। 20 जनवरी को लहेरियासराय में मुखिया से 1.25 लाख रुपये और 21 जनवरी को
एमआरएम कॉलेज रोड में सेंट्रल बैंक से रुपये निकालकर घर जा रहे रिटायर्ड प्रोफेसर सुबोध झा से 60 हजार रुपये एवं दोनार स्थित एसबीआइ से 74 हजार रुपये निकासी कर घर जा रहे भैलुचक निवासी उमेश महतो से दाल मिल के पास बैग झपटने का काम इसी गिरोह ने किया था। लेकिन, इस गिरोह के एक साथ को
लहेरियासराय पुलिस जीएन गंज रोड स्थित पीएनबी शाखा से रेकी करते हुए गिरफ्तार कर लिया। उसके निशानदेही पर पुलिस ने बैंक के बाहर से एक अपाची बाइक को जब्त कर उसके पास से ढाई हजार रुपये, एक मोबाइल और एक फर्जी आधार कार्ड बरामद किया गया। सख्ती से की गई पूछताछ में उसने अपना नाम शिवा कुमार यादव बताया। वह कटिहार जिले के कोढ़ा थाने क्षेत्र के जोराबगंज नयाटोला निवासी स्व. देवा यादव का पुत्र है। डीएसपी कुमार ने बताया कि गिरफ्तार शिवा के बयान पर इसके पांच अन्य शागिर्दों को आरोपित बनाया गया है। इसमें कैलाश यादव का पुत्र ¨टकू कुमार, टोहा यादव का पुत्र अभिषेक कुमार, कन्हैया यादव का पुत्र दीपक कुमार, लूले यादव का पुत्र विनोद यादव और स्व. देवा यादव का पुत्र गगन यादव शामिल है। बताया कि ये लोग समस्तीपुर के मुसापुर मोहल्ला में अरूण कुमार यादव के मकान में रहकर चोरी की तीन अपाची बाइक से दरभंगा आते थे। इसके बाद यहां घटना को अंजाम देने के बाद समस्तीपुर वापस हो जाते थे। डीएसपी ने बताया कि पुलिस की एक टीम समस्तीपुर और कटिहार में भी छापेमारी की। लेकिन, कोई सफलता नहीं मिली। सभी फरार पाए गए। लेकिन, गिरोह के सभी सदस्यों को चिन्हित कर सत्यापित कर लिया गया है। इधर, गिरफ्तार शिवा ने बताया कि वह अपने गिरोह के माध्यम से पूरे बिहार में घटना को अंजाम दिया है। अब तक उसने कितनी घटना को अंजाम दिया है यह उसे याद नहीं है। पुलिस के समक्ष उसने एक शब्द में बताया कि अनगिनत घटनाओं को अंजाम दिया है। उसके पास से बरामद आधार कार्ड में तस्वीर तो सही पाई गई। लेकिन, नाम व पता किशनगंज जिले का पाया गया। जो सत्यापन में फर्जी पाया गया।
डीएसपी कुमार ने बताया कि अन्य बदमाशों को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी की जा रही है।