नवाह यज्ञ में उमड़ने लगी भक्तों की भीड़, हर मुख पर जय श्यामा माय
दरभंगा। कामेश्वर नगर स्थित माधेश्वर परिसर में चल रहे नौ दिवसीय मां श्यामा नामधुन नवाह यज्ञ को लेकर पूरा परिसर रंग-बिरंगे रौशनियों से जगमगा रहा है।
दरभंगा। कामेश्वर नगर स्थित माधेश्वर परिसर में चल रहे नौ दिवसीय मां श्यामा नामधुन नवाह यज्ञ को लेकर पूरा परिसर रंग-बिरंगे रौशनियों से जगमगा रहा है। शाम होते ही परिसर की छटा निराली हो जाती है। मंदिर परिसर का ²श्य इतना मनोरम और उस पर जय श्यामा माय, श्यामा माय, श्यामा माय जय श्यामा माय नामधुन का अखंड जाप, मानों लोग आने के बाद वापस जाना भूल जाते हैं। अब तो नवाह यज्ञ में लोगों का जनसैलाब उमड़ने लगा है। शहर ही नहीं बल्कि दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर नेपाल तक से लोग मां श्यामा के दर्शन करने पहुंचने लगे हैं। रविवार को नवाह यज्ञ के दूसरे दिन भी हजारों की संख्या में लोगों ने मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की और जय श्यामा माय नामधुन जाप में लीन रहे। मंदिर में लगने वाली भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के भी व्यापक प्रबंध किए गए हैं। पूरे परिसर में पहले से लगे आठ सीसीटीवी के अलावा कई अन्य शक्तिशाली सीसीटीवी कैमरों की मदद से भीड़ पर नजर रखी जा रही है।
महिला पुलिस की हुई तैनाती :
नवाह यज्ञ में आने वाले श्रद्धालुओं में महिलाओं की तादाद अधिक होने के कारण परिसर में सुरक्षा की ²ष्टि से महिला पुलिस की तैनाती भी जगह-जगह कर दी गई है। इसके अलावा मंदिर परिसर के भीतर एवं बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। सुरक्षा को लेकर विश्वविद्यालय थाना काफी सचेत है। थानाध्यक्ष स्वयं सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं। उन्होनें बताया कि पूरे परिसर में कुल 12 जगहों पर पुलिस पदाधिकारियों को लाठी बल के साथ तैनात किया गया है। लाठीबल की संख्या 56 है जिसमें महिला व पुरूष बल शामिल हैं। इसके अलावा शेरनी दल को भी सुरक्षा व्यवस्था में लगाया गया है।
नामधुन जाप में रम रहे श्रद्धालु :
मंदिर पहुंचते ही लोग जय श्यामा माय नामधुन के जाप में रम रहे हैं। मां रामेश्वरी श्यामा मंदिर के साथ ही परिसर स्थित अन्य मंदिरों को भी रंग-बिरंगी रौशनियों से सजाया गया है। मंदिर के ठीक सामने हवन कुंड बना है जिसमें अखंड हवन जारी है। वहीं, मंदिर के बांयी ओर बने मंच पर लगातार जय श्यामा माय नामधुन जाप चल रहा है। माता के दर्शन के बाद श्रद्धालु भक्तिभाव से नामधुन जाप में शामिल हो रहे हैं। मान्यता है कि मां श्यामा अपने भक्तों को कभी खाली हाथ नहीं छोड़ती। सच्ची श्रद्धा से जिसने भी मां की पूजा की, उसके मुराद मां जरूर पूरी करती हैं।