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बिरौल-हरनगर रेलखंड पर दौड़ी ट्रेन, लोगों में खुशी

बिरौल-हरनगर रेलखंड पर रविवार का ट्रेनों का परिचालन शुरू हो गया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 13 Aug 2018 12:07 AM (IST)Updated: Mon, 13 Aug 2018 12:07 AM (IST)
बिरौल-हरनगर रेलखंड पर दौड़ी ट्रेन, लोगों में खुशी

दरभंगा। बिरौल-हरनगर रेलखंड पर रविवार का ट्रेनों का परिचालन शुरू हो गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं रेल मंत्री पीयूष गोयल ने पटना स्थित गांधी स्मृति भवन से रिमोट के द्वारा नई रेलखंड का उदघाटन किया। साथ वीडियो ¨लक के माध्यम से सवारी गाड़ी 55578 को झंडी दिखाकर रवाना किया। स्थानीय स्तर पर गार्ड एएन खां के झंडी दिखाते ही लोको पायलट शिवशंकर कुमार ट्रेन को लेकर बिरौल की ओर रवाना हो गए। पटना से किए गए उदघाटन को चार डिस्प्ले बोर्ड के माध्यम से स्थानीय लोगों को लाइव प्रसारण दिखाया गया। इससे पूर्व हरनगर स्टेशन पर खाद्य आपूर्ति मंत्री मदन सहनी, स्थानीय विधायक शशिभूषण हजारी, एडीआरएम संतकुमार मीणा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत उदघाटन किया। खाद्य आपूर्ति उपभोक्ता मंत्री सहनी ने कहा कि सकरी-हसनपुर रेल परियोजना का कार्य पूरा किए बिना इस इलाके की विकास की हसरत पूरी नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि यह रेल परियोजना धीमी गति से चल रही है। लेकिन, अब गति मिली है। शेष कार्य जल्द पूरा हो इस दिशा में उन्होंने प्रयास करने की बात कही। विधायक हजारी ने कहा कि पक्षी विहार से एनओसी नहीं मिलने के कारण आगे का कार्य लंबित है। लेकिन, यह इलाका पहले वाला पक्षी विहार नहीं रहा। इस कारण पक्षी विहार के बीच से भी ट्रेन के परिचालन में किसी तरह की व्यवधान नहीं होगा। विभागीय एनओसी के लिए हमलोग कई बार मामला को उठा चुके हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि बहुत जल्द इस रेलखंड को बाबानगरी कुशेश्वरस्थान से जोड़ दिया जाएगा।

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इधर, ट्रेन चलने की खुशी में लोग झूमने लगे। वर्षों से इंतजार कर रहे हरनगर बेर, औराही, हिरणी सहित दर्जनों गांव के लोगों ट्रेन खुलने के इंतजार स्टेशन पर बैठे थे। जैसे ही बिरौल की ओर से दिन के एक बजे ट्रेन पहुंची लोगों ने ताली बजाकर स्वागत किया। लोग वहां तब तक रुके रहे जब तक की ट्रेन पुन: उद्घाटन के बाद बिरौल की ओर रवाना नहीं हुई।

तत्कालीन रेल मंत्री ललित नारायण मिश्र ने रखी थी आधारशिला

सकरी-हसनपुर रेल परियोजना की आधारशिला वर्ष 1975 में तत्कालीन रेल मंत्री ललित नारायण मिश्र ने रखी थी। उनके निधन के बाद यह योजना को ठंडे बस्ते में डाल दी गई। वर्ष 1996 में तत्कालीन रेल मंत्री रामविलास पासवान ने इस योजना को पुन: अमलीजामा पहनाकर उच्च विद्यालय कुशेश्वरस्थान मैदान से इसका विधिवत उदघाटन कर योजना को गति दी। लेकिन, इस योजना को मुख्यमंत्री व तत्कालीन रेल मंत्री नीतीश कुमार ने काफी हद तक गति देने की कोशिश की। उन्होंने बड़ी राशि आवंटन कर मिट्टी भराई का कार्य पूरा कराया। बाद में तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने 4 दिसंबर 2008 को हरी झंडी दिखाकर बिरौल से सकरी के बीच रेल परिचालन का शुरू कर दिया। बिरौल से आगे का कार्य यथावत रहा। हालांकि, दस वर्षों में बिरौल से हरनगर तक 8.8 किलोमीटर रेलखंड को चालू कर दिया गया। लेकिन, इसके आगे कुशेश्वरस्थान व हसनपुर तक रेललाइन की घोषित परियोजना आज भी अधूरी पड़ी है।


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