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छात्रा संसद में डब्ल्यूआइटी को महिला आइआइटी के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव

दरभंगा। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के द्वारा शुक्रवार को कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के दरबार हाल में छात्रा संसद का आयोजित किया गया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 30 Jul 2021 11:49 PM (IST)Updated: Fri, 30 Jul 2021 11:49 PM (IST)
छात्रा संसद में डब्ल्यूआइटी को महिला आइआइटी के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव

दरभंगा। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के द्वारा शुक्रवार को कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के दरबार हाल में छात्रा संसद का आयोजित किया गया। भारतीय विद्यार्थी परिषद के समायोजन में सूबे में पहली बार छात्रा संसद आयोजित किया गया। ठीक देश के संसद की तरह पक्ष-विपक्ष और प्रोटेम स्पीकर बनाए गये थे। डा. एपीजे अब्दुल कलाम महिला प्रौद्योगिक संस्थान(डब्ल्यूआइटी) में को -एजुकेशन प्रणाली लाए जाने की तैयारी के खिलाफ आयोजित छात्रा संसद में पक्ष और विपक्ष ने अपने विचार रखे। छात्रा संसद की अध्यक्षता डा. पूनम सिंह प्रोटेम स्पीकर के रूप में कर रही थी। सदन की नेता के तौर पर जया सिंह, विपक्ष की नेता के तौर पर ऋचा मृणाल और वक्ता के तौर पर डा. ममता कुमारी, संजना कुमारी, प्रिया सिंह, खुशबू कुमारी, अंकित झा, मानसी, प्रीति कुमारी, अमृता राय और निशी कुमारी उपस्थित थी। छात्रा संसद का संचालन पूजा कश्यप ने किया।

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डब्ल्यूआइटी में को-एजुकेशन प्रणाली लागू करने को लेकर पक्ष बोलती छात्रा सांसद प्रिया सिंह ने कहा कि डब्ल्यूआइटी को मां जानकी के नाम पर नामकरण कर देश का पहला महिला आइटीआइ के रूप में विकसित किया जाना चाहिए। इसके पक्ष में जया सिंह , सुषमा झा, खुशबू झा, अंकिता, पूजा कुमारी, संजना सिंह ने हामी भरी। विपक्षी में बैठी छात्रा सांसद मानसी कुमारी ने को-एजुकेशन का समर्थन करते हुए कहा कि विदेशों में भी को-एजुकेशन के तहत लड़क-लड़की एक संस्थान में पढ़ते हैं। यह प्रणाली बेहतर है। छात्रा सांसद रिचा कुमारी नामक ने कहा कि डब्ल्यूआइटी अभी घाटे में चल रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन इसके प्रति उदासीन है। यहां सुविधाओं का अभाव है। यह निर्णय विश्वविद्यालय प्रशासन पर छोड़ देना चाहिए।

वोटिग के बाद ध्वनि मत से पारित हुआ प्रस्ताव

दोनों पक्षों को सुनने के बाद प्रोटेम स्पीकर डा. पूनम सिंह के समक्ष वोटिग का प्रस्ताव रखा गया। इसपर प्रोटेम स्पीकर ने वोटिग कराने पर सहमति प्रधान की। छात्रा संसद में डब्ल्यूआइटी का नामकरण मां जानकी के नाम पर करते हुए देश का पहला महिला आइटीआइी के रूप में संस्थान को विकसित करने का प्रस्ताव ध्वनि मत से प्रस्ताव पारित किया गया। छात्रा संसद में विशिष्ट अतिथि के रूप में विद्यार्थी परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष डा. ममता कुमारी, डोली कुमारी, लिली कुमारी, शीतल कुमारी, निशी कुमारी, प्रीति कुमारी, शैलजा सक्सेना,नेहा कुमारी, राखी कुमारी, दिव्या झा, अनुपम कुमारी समेत अन्य छात्राएं उपस्थित थीं। छात्रा संसद के सफल आयोजन में जिला संयोजक उत्सव पाराशर, विभाग संयोजक सुमित सिंह, अनुपम कुमार,अनूप कुमार, हरिओम झा, सूरज ठाकुर, अमित शुक्ला, कौशल झा, राघव झा, राहुल सिंह, रौशन कुमार, अमित वात्सल, सुमन सिगाहिनिया, वागीश झा, शशि यादव की सक्रिय भूमिका दिखी।

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