डीटीओ कार्यालय पर छापा, दर्जनभर दलाल धराए
जिला परिवहन कार्यालय में गुरुवार को धावा दल ने छापेमारी कर 12 दलालों को गिरफ्तार किया।
दरभंगा। जिला परिवहन कार्यालय में गुरुवार को धावा दल ने छापेमारी कर 12 दलालों को गिरफ्तार कर लिया। लेकिन, कई बड़े दलाल मौके से फरार हो गए । बताया जाता है कि कार्यालय के अंदर कुर्सी पर बड़े दलाल बैठे हुए थे। इस कारण से उसकी पहचान नहीं हो पाई। जबकि, हेरा-फेरी के आरोप में चतुर्थवर्गीय कर्मी विजय कांत झा को भी हिरासत में ले लिया गया। ज्ञात हो कि 7 नवंबर को दैनिक जागरण ने दलालों पर लगाम नहीं, कर्मचारी भी लापरवाह शीर्षक से परिवहन कार्यालय की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसका संज्ञान जिला प्रशासन ने लिया। छापेमारी के दौरान कार्यालय के एक बंद आलमीरा का ताला तोड़कर 3 लाख 84 हजार रुपये बरामद हुए। यह राशि किसकी है और कहां से आई है इसका किसी कर्मी ने कोई जवाब नहीं दिया। प्रशिक्षु आईएएस विजय प्रकाश मीना, एएसपी दिलनवाज अहमद, अपर समार्हत्ता मोबीन अंसारी, बतौर मजिस्ट्रेट सदर बीडीओ गंगा सागर ¨सह सहित कई अधिकारियों ने कार्यालय को बंद कर प्रधान सहायक व अन्य कर्मियों से घंटों पूछताछ की। लेकिन, सभी ने उक्त राशि को लावारिस बताया। कहा गया कि यह आलमीरा लंबे दिनों से बंद है। लेकिन, संबंधित अधिकारियों को इस पर विश्वास नहीं हुआ। गंभीर मामला होने के कारण प्रधान सहायक प्रमोद कुमार दत्ता की गिरफ्तारी की संभावना बढ़ गई है। संचिका खंगालने दौरान कैश काउंटर में भारी अनियमितता पाई गई। कैश काउंटर पर तीन लाख 39 हजार 173 रुपये जमा होने की रसीद मिली लेकिन काउंटर में एक रुपया भी नहीं पाया गया। काउंटर कर्मी ने बताया कि यहां सिर्फ रसीद कटता है। प्रधान सहायक के पास राशि जमा होता है। जब प्रधान सहायक से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि राशि बैंक में जमा करा दी गई है। इसके बाद प्रशिक्षु आईएएस विजय प्रकाश मीना व एएसपी दिलनवाज अहमद एसबीआई के प्रधान शाखा जाकर जानकारी ली। वहां पता चला कि परिवहन कार्यालय का मात्र एक लाख 39 हजार रुपया ही जमा किया गया है। शेष राशि कहां है और किस के पास यह देर तक पता नहीं चल पाया। धावा दल ने कार्यालय के इर्द-गिर्द कई दुकानों में भी छापेमारी की। इस दौरान कई दुकानदार अपनी दुकानें बंद कर फरार हो गए।