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आपदा में बिहारी मजदूरों का दूसरे राज्यों ने नहीं रखा ख्याल : सीएम

दरभंगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कोरोना महामारी से बचाव के लिए मास्क पहनना एवं शारीरिक दूरी के नियमों का पालन सबसे कारगर तरीका है। मास्क पहने रहने से कोरोना वायरस का संक्रमण एक से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 03 Jun 2020 11:26 PM (IST)Updated: Thu, 04 Jun 2020 06:11 AM (IST)
आपदा में बिहारी मजदूरों का दूसरे राज्यों ने नहीं रखा ख्याल : सीएम
आपदा में बिहारी मजदूरों का दूसरे राज्यों ने नहीं रखा ख्याल : सीएम

दरभंगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कोरोना महामारी से बचाव के लिए मास्क पहनना एवं शारीरिक दूरी के नियमों का पालन सबसे कारगर तरीका है। मास्क पहने रहने से कोरोना वायरस का संक्रमण एक से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता है। मास्क पहने हुए व्यक्ति को संक्रमित होने का खतरा कम हो जाता है। इसलिए सभी को मास्क पहनना जरूरी है। अब मास्क का पर्याप्त मात्रा में निर्माण हो रहा है। जीविका समूहों द्वारा भी बड़ी मात्रा में मास्क का निर्माण किया जा रहा है। इससे जीविका स्वयं सहायता समूहों के आय में वृद्धि भी हो रही है। मास्क पहनने के लिए लोगों को प्रेरित करने के लिए सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में सभी परिवारों को सौ रुपये मूल्य अंतर्गत चार-चार मास्क एवं एक साबुन मुफ्त में उपलब्ध कराया जा रहा है। योजना शहरी क्षेत्रों के गरीब परिवारों के बीच भी शीघ्र चलाई जाएगी। मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया कि सभी लोगों को मास्क पहनने के लिए प्रेरित करें।

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कहा कि राज्य सरकार द्वारा कोरोना महामारी को नियंत्रित करने के लिए हरसंभव कार्रवाई की जा रही है। इस वायरस की चर्चा होने के साथ ही 13 मार्च को पटना में पहली बैठक की गई। केंद्र सरकार द्वारा 22 मार्च को जनता क‌र्फ्यू की घोषणा के बाद बिहार राज्य में सबसे पहले 23 से 31 मार्च तक का लॉकडाउन घोषित किया गया। कहा कि आपदा की घड़ी में बिहार के मजदूरों का दूसरे राज्यों ने ख्याल नहीं रखा। राज्य सरकार द्वारा लॉकडाउन से प्रभावित हुए राज्य के बाहर रह रहे मजदूरों से बातें कर अपने संसाधनों से तुरंत एक-एक ह•ार रुपये की सहायता पहुंचाई गई। फिर उनलोगों के वापस लाने के लिए ट्रेनें चलवाई गईं। यहां आने पर उन्हें पहले गांव के स्कूल में रखा गया। फिर पंचायत स्तर से लेकर प्रखंड स्तरीय क्वारंटाइन कैंप में रखा गया। क्वारंटाइन कैंप में उन्हें भोजन, आवासन एवं चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई। राज्य के बाहर से लौटे सभी मजदूरों को राज्य में ही रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। सरकार इस योजना पर कार्य कर रही है। कहा कि कोई भी मजदूर मजबूरी में राज्य के बाहर नहीं जाएं। मुख्यमंत्री ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला से लेकर प्रखंड स्तर तक के सभी पदाधिकारी व जनप्रतिनिधियों से सीधा संवाद के दौरान ये बातें कही।

अभी बरकरार है कोरोना का खतरा : सीएम ने कहा कि कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए 24 मार्च की अर्ध रात्रि से देश भर में लॉकडाउन लागू हुआ। इसे 30 जून तक विस्तारित किया गया। एक जून से लागू लॉकडाउन में सभी आíथक एवं व्यवसायिक गतिविधियां खुल गई हैं। इससे बाजारों में भीड़ बढ़ गई है। कोरोना का खतरा अभी बरकरार है। इसलिए, घर से निकलने पर सभी लोग मास्क का अवश्य प्रयोग करें एवं एक-दूसरे से दो गज की दूरी बनाए रखें। साबुन से बराबर हाथ धोते रहें। संभव हो तो हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करें। इससे पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी एवं स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने भी कोरोना बीमारी से बचाव के लिए मास्क पहनने एवं शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करने की बातें कही। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम, नगर आयुक्त घनश्याम मीणा, प्रशिक्षु आइएएस प्रियंका रानी, जिप अध्यक्ष, जिप उपाध्यक्ष, नगर निगम के पार्षद आदि शामिल हुए।


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