एनएसएस व्यावहारिक ज्ञान का सशक्त साधन
दरभंगा । एनएसएस छात्रों के चरित्र-निर्माण व व्यवहारिक ज्ञान देने का सशक्त माध्यम है। स्वयंसेवक सेवा
दरभंगा । एनएसएस छात्रों के चरित्र-निर्माण व व्यवहारिक ज्ञान देने का सशक्त माध्यम है। स्वयंसेवक सेवा के माध्यम से आदर्श बनकर वंचितों को आगे बढ़ाने में प्रकाश स्तंभ का काम करते हैं। हम बदलेंगे, तभी हमारा समाज बदलेगा। सीएम कॉलेज में एनएसएस की ओर से स्वच्छता, स्वास्थ्य व शिक्षा विषय पर सात दिवसीय विशेष शिविर के उदघाटन के अवसर पर प्रधानाचार्य डॉ. मुश्ताक अहमद ने यह बातें कही। उन्होंने कहा कि किसी बात पर हमारा आपसी मतभेद हो सकता है, पर राष्ट्रहित के लिए हम सब हमेशा एक बने रहें। उन्होंने खेद व्यक्त करते हुए कहा कि आज आदर्श खत्म हो रहा है, जिसको बचाने के लिए युवाओं को आगे आना होगा। उन्होंने महाविद्यालय की समृद्ध पुस्तकालय की चर्चा करते हुए कहा कि गणतंत्र दिवस के बाद उचित व्यवस्था कर 60 छात्र-छात्राओं को एक साथ बैठकर पढ़ने की व्यवस्था की जाएगी। लनामिविवि के पूर्व एनएसएस समन्वयक डॉ. आरएन चौरसिया ने कहा कि विशेष शिविर सामाजिक सरोकार से जुड़ा है, जो युवाशक्ति का उपयोग समाज-कल्याण व राष्ट्र-विकास में करता है। मारवाड़ी महाविद्यालय के एनएसएस पदाधिकारी डॉ. एपी यादव ने कहा कि शिविर के माध्यम से छात्र नेक काम कर समाज से प्रत्यक्ष जुड़ेंगे। मैथिली विभागाध्यक्ष प्रो. नारायण झा ने कहा कि एनएसएस छात्रों में सेवा भाव जगा कर उनकी प्रतिभा को निखारता है जिससे उनके व्यक्तित्व का पूर्ण विकास होता है। अंग्रेजी विभागाध्यक्ष डॉ. पीएन झा, प्रो. इंदिरा, डॉ. डीपी गुप्ता, प्रो. मंजू राय, डॉ. अमरेंद्र शर्मा, डॉ. प्रीति कनोडिया, प्रो. विकास कुमार, प्रो. अभिलाषा कुमारी, डॉ. चंदा कुमारी आदि ने भी विचार व्यक्त किए। संचालन करते हुए एनएसएस पदाधिकारी प्रो. सुरेश पासवान ने बताया कि शिविर में नियमानुसार 50 छात्र-छात्राएं नामांकित हैं जो किलाघाट के बाजितपुर मोहल्ले में सात दिनों तक विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर समाज को जागरूक करेंगे।
-