अल्पसंख्यकों के वोट पर पहला हक नीतीश का
खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री मदन सहनी ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले 13 वर्षों में अकलियत समुदाय की तरक्की के लिए जितने काम किए हैं उससे उनके वोट पर पहला हक उन्हीं का बनता है।
दरभंगा । खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री मदन सहनी ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले 13 वर्षों में अकलियत समुदाय की तरक्की के लिए जितने काम किए हैं उससे उनके वोट पर पहला हक उन्हीं का बनता है। भले नीतीश कुमार वोट के लिए कोई काम नहीं करते हैं। लेकिन जब वोट देने की बारी आती है तो हक तो उन्हीं का बनता है। गुरुवार को किलाघाट के ऐतिहासिक मदरसा मैदान में आयोजित जदयू के अल्पसंख्यक कार्यकर्ता सम्मेलन को बतौर विशिष्ट अतिथि संबोधित करते हुए उन्होंने उक्त बातें कहीं। अध्यक्षता जिला जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष हाफिज अबू सहमा ने की। मंत्री सहनी ने कहा कि कब्रिस्तान की घेराबंदी हो या फिर अल्पसंख्यक छात्र-छात्राओं के लिए वजीफे की योजना। हमारे मुख्यमंत्री जो काम करते हैं उसका दूरगामी परिणाम होता है। सीएम सिद्धांतों से नहीं करते समझौता :
राज्य योजना परिषद के सदस्य जदयू के राष्ट्रीय महासचिव संजय झा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बच्चों को शिक्षित कर उनका जीवन आसान कर रहे हैं। महिलाओं को स्वावलंबन की सीख दे रहे हैं। अपने काम के कारण आज देश में विकास का मॉडल बने हुए हैं। मुख्यमंत्री अपने सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं करते। इसीलिए उन्होंने राजद के साथ अपना गठबंधन तोड़ दिया। क्योंकि इसके कारण उनके 10 वर्षों के काम पर पानी फिर रहा था। अगर मुख्यमंत्री राजद के साथ रहते तो उन पर भी भ्रष्टाचार का ठप्पा लगता और लोग उन्हें बदनाम करते। इसीलिए उन्होंने अपने सिद्धांतों के तहत यह समझौता तोड़ दिया। उनकी नजर में समाज का विकास ही सबसे बड़ा एजेंडा है। बेनीपुर से जदयू के विधायक सुनील चौधरी ने कहा कि सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखते हुए अल्पसंख्यकों को विकास की डगर पर चलाने का काम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कर रहे हैं। हायाघाट से जदयू विधायक अमरनाथ गामी ने कहा कि शिक्षा स्वयंसेवकों के माध्यम से अनपढ़ महिलाओं को भी तालिम से अवगत कराया जा रहा है। जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रो. यूनुस हकीम ने अल्पसंख्यक कार्यकर्ताओं को आश्वस्त किया किसम्मेलन में पारित सभी 11 प्रस्तावों से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को शीघ्र अवगत कराया जाएगा। सम्मेलन को मौलाना उमर नूरानी, राज्य महिला आयोग की सदस्य रजिया कामिल, पूर्व विधान पार्षद प्रो. विनोद कुमार चौधरी, पूर्व विधायक इजहार अहमद, ऋषि मिश्रा, पूर्व डिप्टी मेयर एहसान उल हक, अली हसन अंसारी, आजम हुसैन, जिला प्रवक्ता एजाज अख्तर खान रूमी, शहाबुद्दीन कादरी, अबुल खैर, मो. इश्तियाक खान, मो. गुलाब, पूर्व जिप अध्यक्ष अशरफ हुसैन, शमशाद खां, जियाउर रहमान दुलारे, उमर फारूक, डॉ. मंजूर आलम, दीदार हुसैन चांद इस्मत जहां,जीनत आरा, नागदा खातून, फिरोज कुरैशी, मो. सुलतान मुखिया, मोहम्मद शिब्ली, मोहम्मद कलाम, मोहम्मद इस्लाम, रजि हैदर,सदरे आलम ,मो. सरफराज,मो. नौशाद आदि ने भी संबोधित किया।