संदिग्ध अवस्था में युवती की अधजला शव घर से बरामद
दरभंगा । लहेरियासराय थाना क्षेत्र के इस्माइलगंज मोहल्ले से एक लड़की की शव अधजला अवस्था में बंद घर से
दरभंगा । लहेरियासराय थाना क्षेत्र के इस्माइलगंज मोहल्ले से एक लड़की की शव अधजला अवस्था में बंद घर से बरामद किया गया। मृतका की शिनाख्त स्थानीय निवासी प्रो. दिनेश महासेठ की 19 वर्षीया पुत्री दीक्षा कुमारी के रूप में हुई है। वह घर में अकेली थी। उसके माता-पिता व भाई घर पर नहीं थे। हालांकि, घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए डीएमसीएच भेज दिया। डीएसपी दिलनवाज अहमद ने भी घटना स्थल का मुआयना किया। उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया में यह आत्म हत्या प्रतीत होती है। लेकिन, इस मामले में सभी पहलुओं को ध्यान में रख कर जांच की जा रही है। एसएफएल की टीम को बुलाया गया है। घटना स्थल से केरोसीन गंध युक्त कोल्ड्रिंक्स बोतल, एक मोबाइल व सलाई बरामद किए गए। जानकारों की मानें तो लाश देखने से संदिग्ध प्रतीत होता है। यह आत्महत्या नहीं बल्कि, हत्या है। लेकिन, हत्यारा कौन हो सकता है? इस संदर्भ में कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है। दरअसल, लड़की की शव घर के अंदर किचेन के गेट के सामने से पाई गई । उसका शरीर चित अवस्था में था। अगर वह आग स्वयं लगाती तो वह निश्चित रूप से छटपटाती और घर के कई हिस्से में आग के निशान पाए जाते।घर के अंदर रखे बर्तन आदि सामान बिखड़े रहते। लेकिन, ऐसा कुछ देखने को नहीं मिला। सूत्रों की बात मानें तो लड़की की हत्या कर इस मामले को आत्महत्या से जोड़ने के लिए लाश पर केरोसीन छिड़कर कर आग लगा दी गई हो। ऐसा स्पष्ट प्रतीत होता है। उसका पूरा शरीर जला हुआ नहीं है। पीछे का भाग सुरक्षित है। यहां तक कि बाल भी सुरक्षित है। आस-पास के लोगों की बात मानें तो दीक्षा अपने किसी दोस्त के साथ दस दिनों के लिए घर से कहीं चली गई थी। इससे परिवार के लोग नाराज थे। काफी दबाव पर वापस हुई थी। बहरहाल, यह आत्म हत्या है अथवा हत्या इस पर पुलिस गहन अनुसंधान कर रही है।
दीक्षा की मौत के विषय में न तो मोहल्ला के लोग कुछ बोलने को तैयार हैं और न ही रिश्तेदार । लेकिन, बताया जाता है कि दीक्षा के घर में उसके पिता, माता और एक फूफेरी बहन गोल्टी रहते हैं। पिता के विषय में बताया गया कि वे कॉपी जांच के लिए बेगूसराय गए हुए हैं। जबकि, मां अपने भाई के पास पटना गई हुई है। एक भाई है जो पटना में रहकर पढ़ाई कर रहा है। घर पर दीक्षा के साथ उसकी फूफेरी बहन गोल्टी थी। उसने बताया कि उसे सामान लाने के लिए दूसरे मकान पर भेज दिया। दरअसल, दीक्षा का एक मकान लाइट हाउस सिनेमा हॉल के पास भी है। वहां उसके दादा व चाची आदि लोग रहते हैं। गोल्टी जब वापस आई तो घर बंद पाया गया और टीवी काफी साउंड में चल रहा था। हल्ला करने पर काफी लोग पहुंच गए। इसके बाद गोल्टी को खिड़की से घर के अंदर भेजा गया। तब जाकर घर का गेट खुला।