निर्धारित समय सीमा में उपलब्ध करा दी जाएगी एम्स के लिए जमीन
दरभंगा। दरभंगा मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल परिसर में बननेवाले एम्स निर्माण को लेकर सरकार गं
दरभंगा। दरभंगा मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल परिसर में बननेवाले एम्स निर्माण को लेकर सरकार गंभीर है। 24 दिसंबर 2020 को केंद्रीय राज्यमंत्री स्वास्थ्य अश्वनी चौबे द्वारा डीएमसीएच भ्रमण के दौरान एम्स के लिए राज्य सरकार से की गई मांग को लेकर सोमवार को सरकार के मुख्य सचिव ने सभी संबंधित अधिकारियों के साथ ऑनलाइन बैठक की। मौके पर स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि सबसे पहले एम्स से फोरलेन की निकट कनेक्टिविटी की मांग की गई है।
पथ निर्माण विभाग के अभियंताओं ने बताया गया कि शोभन से होते हुए लहेरियासराय, बेंता होकर कनेक्टिविटी प्रदान करने पर विचार चल रहा है।
मुख्य सचिव ने भारत माला परियोजना के तहत बनाई जा रही सड़क को दोनार चौक से जोड़ने का सुझाव दिया। दरभंगा हवाई अड्डा भी फोरलेन के समीप पड़ेगा।
दूसरी मांग के संबंध में बताया गया कि 4 महीने के अंदर 75 एकड़ जमीन एम्स को स्थानांतरित किया जाना है। प्रधान सचिव,स्वास्थ विभाग ने बताया कि 75 एकड़ जमीन निर्धारित समय सीमा के पहले उपलब्ध करा दी जाएगी। लेकिन इसके अंतर्गत पोस्ट ऑफिस, बैंक, ओपी,पीएचडी का टावर एवं कार्यालय एवं बीएसएनल का भवन शामिल है। इसके साथ ही राजीव गांधी आवास योजना के तहत निर्मित भवन में 50 परिवार रह रहे हैं।
मुख्य सचिव ने कहा कि 50 परिवार को अन्यत्र शिफ्ट करा दिया जाए। शेष कार्यालय की आवश्यकता एम्स को भी पड़ेगी। इसलिए एक बार एम्स के लिए भवन निर्माण की योजना बनानेवाली एजेंसी से भी वार्ता कर ली जाए।
प्रधान सचिव ने कहा कि मंत्री की मांग है कि एम्स के लिए 20 मेगावाट विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था राज्य सरकार द्वारा की जाए।
वर्तमान में 33 केवीए का ग्रीड डीएमसीएच में संचालित है, जिसे अपग्रेड कर 20 मेगावाट का कर दिया जाएगा।
बताया गया कि माननीय मंत्री ने इस 75 एकड़ जमीन को 1.5 मीटर भरवाने की मांग राज्य सरकार से की है। बैठक में सुझाव प्राप्त हुआ कि बिना पानी निकासी की व्यवस्था किए मिट्टी भराई का कार्य संभव नहीं है। मुख्य सचिव ने सुझाव दिया कि इसके लिए इसी के एक हिस्से में बड़ा तालाब का निर्माण किया जा सकता है।जिससे इस क्षेत्र में जल-जमाव की संभावना नहीं रहेगी। बैठक में दरभंगा से जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम, डीएमसीएच के प्राचार्य, अपर समाहर्ता, अधीक्षण अभियंता विद्युत के साथ अन्य पदाधिकारी ऑनलाइन जुड़े थे।
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