सर्वांगीण विकास के लिए मिथिला राज्य की पुनस्र्थापना जरूरी : विधायक
दरभंगा । सृजन मिथिला के तत्वावधान में रविवार को मिथिला पेंटिग का प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया।
दरभंगा । सृजन मिथिला के तत्वावधान में रविवार को मिथिला पेंटिग का प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया। पूअर होम परिसर के निकट आयोजित इस प्रशिक्षण शिविर का उदघाटन करते हुए हायाघाट विधायक अमरनाथ गामी ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री जब जापान की राजधानी टोक्यो गए तो मिथिला पेंटिग के संग्रहालय को देखकर खुद को गौरवान्वित महसूस किया। लेकिन, अपने ही घर में मिथिला पेंटिग उपेक्षित है। इसे लोग महत्व नहीं देते। सृजन मिथिला के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि यह संस्था अपनी संस्कृति को बचाने का काम कर रही है। मिथिला पेंटिग का प्रशिक्षण देकर संस्था ने कई बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने में सहयोग देकर समाज में मिसाल पेश की है। कहा कि जब तक मिथिला राज्य की पुनस्र्थापना नहीं होगी, तब तक मिथिला का सर्वांगीण विकास नहीं होगा। विधायक ने कहा कि मिथिला-मैथिली के नाम पर हजारों संगठन हैं, जो पृथक होकर अपनी आवाज मिथिला राज्य के लिए दे रहे हैं। अब समय आ गया है कि मिथिला राज्य की स्थापना के लिए सब मिलकर एक साथ चलें और इस अभियान को अंजाम तक पहुंचाएं। अध्यक्षता करते हुए प्रो. उदय शंकर मिश्र ने कहा कि मिथिला की अपनी सांस्कृतिक धरोहर मिथिला चित्रकला है जो आज पूरे विश्व में मान्य है। इस कला को जो संवर्धन और सहयोग अपने यहां मिलना चाहिए, वह नहीं मिल पा रहा है। मिथिला की सांस्कृतिक धरोहर का सर्वांगीण विकास तभी संभव है, जब मिथिला राज्य की स्थापना होगी। सृजन मिथिला के निदेशक पुतुल चौधरी एवं संस्थापक राजेश चौधरी ने कहा कि साठ लड़कियों के समूह को छह माह तक शनिवार व रविवार को चार कक्षाओं में प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रत्येक कक्षा दो घंटों की होगी। प्रशिक्षण के बाद ये लड़कियां पूर्ण रूप से व्यवसायिक रूप से अपने काम के माध्यम से धन अर्जन करने का काम भी करेंगीं और समाज एवं देश-विदेश में सम्मान भी प्राप्त करेंगी। कार्यक्रम में कमलेश झा, डॉ. जयशंकर झा, प्रो. चंद्रशेखर झा बूढ़ा भाई समेत कई गणमान्य मौजूद थे।