समाज के उत्थान में बुद्धिजीवियों को आगे आने की जरूरत : कुमार
भारत विकास परिषद के संयुक्त मंत्री वाल्मीकि कुमार ने कहा है कि समाज के उत्थान में बुद्धिजीवियों को आगे आने की जरूरत है।
दरभंगा। भारत विकास परिषद के संयुक्त मंत्री वाल्मीकि कुमार ने कहा है कि समाज के उत्थान में बुद्धिजीवियों को आगे आने की जरूरत है। परिषद का मुख्य उद्देश्य लोगों के जीवन स्तर तथा विचारों में सकारात्मक रूप से परिवर्तन लाना रहा है। वे परिषद की विद्यापति शाखा के तत्वावधान में मिर्जापुर में आयोजित प्रांतीय कार्यशाला को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
अतिथियों ने प्रारंभ में विवेकानंद के चित्र पर माल्यार्पण कर राष्ट्रगान वंदे मातरम का सामूहिक गायन किया तथा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का प्रारंभ किया। स्वागत गान शांभवी तान्या ने प्रस्तुत किया। संचालन सचिव डॉ. आरएन चौरसिया ने किया। अतिथियों का स्वागत करते प्रांतीय मुख्य संरक्षक डॉ. राजरंजन प्रसाद ने कहा कि सदस्य अपने आचरण तथा क्रियाकलापों से समाज का कल्याण तथा उत्थान करें। हमारे सामने अनेक समस्याएं हैं, उन्हें अपने ज्ञान, सुकर्म तथा जुनून से दूर कर समाज को नई दिशा दशा प्रदान करें। कार्यक्रम को मिथिलेश प्रसाद वर्मा, पूर्वी क्षेत्र के राष्ट्रीय मंत्री दीपक रुइया, प्रांतीय महासचिव राजेश कुमार आदि ने संबोधित किया। कार्यशाला में मोतिहारी, मुजफ्फरपुर, सिवान, मधुबनी, समस्तीपुर, दरभंगा आदि से आनंद भूषण, सुशील कुमार, युक्तिनाथ झा, डॉ. शंकर झा, डॉ. अंजू कुमारी, डॉ. पूनम कुमारी, आरती कुमारी, अनिल अग्रवाल, डॉ. अच्युतानंद प्रसाद, रंजीत कुमार श्रीवास्तव, डॉ. एपी यादव, दयानंद उपाध्याय, मथुरा प्रसाद अग्रवाल, विजय कुमार यादव, शाभंवी तानिया, विनोद कुमार सिंह, प्रेरणा नारायण, नीलम सिंह आदि सहित 60 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। धन्यवाद ज्ञापन कार्यशाला के संयोजक डॉ. भक्तिनाथ झा ने किया।