दरभंगा में वंडर एप से संवर रही गर्भवती महिलाओं की जिदगी, शिशु मृत्यु दर में आएगी कमी : डा. रोड्रिको
दरभंगा। दरभंगा जिला में शुरु किए गए वंडर एप का दरभंगा में बेहतर प्रयोग किया जा रहा है।
दरभंगा। दरभंगा जिला में शुरु किए गए वंडर एप का दरभंगा में बेहतर प्रयोग किया जा रहा है। निश्चित रूप से इससे मातृत्व मृत्यु एवं शिशु मृत्यु दर में काफी कमी आएगी। उपरोक्त बातें विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधि डा. रोड्रिको एच ऑफरिन ने कही। वे मंगलवार को समाहरणालय स्थित आंबेडकर सभागार में जिलाधिकारी डा. त्यागराजन एसएम की अध्यक्षता में आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान डीएम ने जिले में वंडर एप के द्वारा किए जा रहे कार्यों को पावर प्वाइंट प्रस्तुतीकरण के माध्यम से दिखाया। उन्होंने बताया कि वंडर एप में गर्भवती महिलाओं की पहचान कर उनका निबंधन किया जाता है। उनकी चिकित्सीय जांच की जाती है तथा चिकित्सीय इतिहास एवं अद्यतन चिकित्सीय जांच प्रतिवेदन को वंडर एप पर अपलोड किया जाता है। इसके लिए चिकित्सकों, सभी एनएनएम, सेविका-सहायिका एवं आशा कार्यकत्र्ताओं को प्रशिक्षण दिलाया गया है। इस एप में तीन वर्ग निर्धारित है। एक सामान्य गर्भवती महिलाओं के लिए, दूसरा हल्की चिकित्सीय समस्या वाली गर्भवती महिला तथा तीसरा गंभीर चिकित्सीय समस्या वाली गर्भवती महिला में रखा जाता है। जैसे ही किसी गर्भवती महिला को रेड ग्रुप में डाला जाता है, संबंधित चिकित्सक एवं पारा मेडिकल कर्मी के मोबाइल पर अलर्ट जारी हो जाता है। इस प्रकार गंभीर समस्याग्रस्त गर्भवती महिला का इलाज ससमय शुरु हो जाता है। यदि प्राथमिक चिकित्सा केंद्र पर स्थिति नियंत्रण से बाहर हो जाती है तो उस मरीज को दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल विशेष एंबुलेंस के माध्यम से रेफर कर दिया जाता है। इसके पूर्व वंडर एप पर इलाज से संबंधित वांछित जानकारी अपलोड कर दी जाती है। इस एप के आ जाने से जिले के मातृत्व मृत्यु दर में बेहद कमी आई है। इससे पूर्व डीएम ने डा. रोड्रिको एच ऑफरिन एवं सदस्यों को पाग पहनाकर सहित मिथिला पेटिग भेंट कर उनका स्वागत किया। मौके पर सहायक समाहत्र्ता अभिषेक पलासिया, सिविल सर्जन डा. अनिल कुमार, डीपीएम (हेल्थ) विशाल कुमार, केयर इंडिया की जिला समन्वयक डा. श्रद्धा झा एवं अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।
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बाढ़ प्रभावित इलाकों में मोटरबोट से पहुंची टीम, कोविड व विद्यालय की स्थिति से हुई अवगत
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रतिनिधि डा. रोड्रिको एच आफरिन ने हनुमाननगर प्रखंड के सिरनियां बांध स्थित बाढ़ राहत कैंप का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बाढ़ राहत कार्य, कोविड टीकाकरण, बच्चों का नियमित टीकाकरण, वंडर एप का क्रियान्वयन एवं बच्चों की पढ़ाई-लिखाई, भोजन आदि के साथ शिविर में रहने वाले लोगों को मिल रही सुविधा की जानकारी ली। इसके बाद डा. रोड्रिको अपनी चार सदस्यीय टीम सदस्यों के साथ मोटरबोट से अम्माडीह गांव पहुंचे। टीम ने वहां स्थानीय जनप्रतिनिधि, आशा, ग्रामीण व गर्भवती महिलाओं से बच्चों के नियमित टीकाकरण, वंडर एप से मिलने वाली सुविधा की जानकारी ली। यह जानने की कोशिश की गई की क्या कोविड-19 के दूसरे लहर के दौरान बंद किए गए स्कूल पुन: चालू हुए या नहीं। सभी लोगों ने कोविड-19 से बचाव के लिए टीका लिया, इसकी भी जानकारी ली। लोगों ने बताया कि बच्चों का नियमित टीकाकरण चल रहा है। बताया कि पहले डोज का टीका लगभग सभी को लग चुका हैं। टीम ने लोगों को बताया कि पोलियो अभियान के दौरान जिनका कोविड टीका का द्वितीय डोज बाकी है, उनका सर्वेक्षण किया जाएगा। इसके बाद रोड्रिको एच आफरिन टीम के साथ हायाघाट प्रखंड की मझौलिया पंचायत स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पहुंचे। वहां चल रहे स्वास्थ्य शिविर एवं वंडर एप शिवर का जायजा लिया। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर दी जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं की विस्तृत जानकारी ली। वहां नियमित टीकाकरण के लिए कोल्ड चेन का लगातार संधारण किया जा रहा है कि नहीं इसकी जानकारी ली। इस दौरान उनके साथ विश्व स्वास्थ्य संगठन के बिहार और झारखंड के क्षेत्रीय टीम लीटर डा. सुब्रमण्यम बीपी, डा. उज्जवल प्रसाद और दरभंगा के उप क्षेत्रीय टीम लीटर डा. वाशव राज, कतार्कि आदि मौजूद थे।
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