कुलाधिपति के आगमन से प्रस्थान तक सख्त रही सुरक्षा-व्यवस्था
दरभंगा ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के 10वें दीक्षा समारोह में आए कुलाधिपति फागू चौहान के आगमन से प्रस्थान तक सुरक्षा व्यवस्था सख्त थी।
दरभंगा : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के 10वें दीक्षा समारोह में आए कुलाधिपति फागू चौहान के आगमन से प्रस्थान तक सुरक्षा व्यवस्था सख्त थी। चप्पे-चप्पे पर पुलिस बलों को तैनात किया गया था। स्वयं डीएम डॉ.त्यागराजन एसएम व नगर एसपी योगेंद्र कुमार सुरक्षा व विधि व्यवस्था पर पैनी नजर बनाए हुए थे। वहीं, प्रमंडलीय आयुक्त मयंक बरबड़े भी मौजूद थे। हेलीपैड, समारोह स्थल सहित 24 जगहों पर दंडाधिकारियों व पुलिस पदाधिकारियों की तैनाती की गई थी। कुलाधिपति की जेड प्लस सुरक्षा को देखते हुए पुलिस ने इंतजाम में कोई कसर नहीं छोड़ा। विस्फोटक पदार्थ की जांच के लिए बम डिस्पोजल स्कावायर्ड की नजर चप्पे-चप्पे पर थी। राज मैदान स्थित हेलीपैड पर जिला प्रशासन और जिला पुलिस की ओर से एक-एक पदाधिकारी तैनात थे। राज्यपाल के आते ही बीएमपी 13 के जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इससे पूर्व सभी जवानों के राइफल के मैगजीन को चेक कर लिया गया था। दरअसल, गार्ड ऑफ ऑनर के दौरान राइफल का मैगजीन खाली रखने का निर्देश दिया गया था। हेलीपैड से समारोह स्थल आने के लिए जिला प्रशासन के अधिकारी ने आगवानी की। इस दौरान कारकेट के टेल कार पर एमवीआइ व डीएसपी तैनात थे। इससे पूर्व संबंधित अधिकारियों ने कारकेट में शामिल गाड़ियों की जांच की थी। कारकेड में वार्निंग कार, पायलट कार, वीवीआइपी, स्कॉर्ट प्रथम, स्कॉर्ट द्वितीय, वीवीआइपी स्वेप कार, तीन इनोभा कार के अलावा एंबुलेंस व टेलकटर को शामिल किया गया था। वॉर्निग कार पर पुलिस पदाधिकारी तैनात थे। समारोह स्थल की जिम्मेदारी सदर एसडीओ डॉ. राकेश कुमार व सदर डीएसपी अनोज कुमार को दी गई थी। सुरक्षा की ऐसी व्यवस्था थी कि बिना परिचय पत्र कोई समारोह स्थल में प्रवेश नहीं कर सकता था। जनप्रतिनिधियों के प्रवेश के दौरान वरीय अधिकारी गेट पर तैनात थे। सुरक्षा के लहजे से समारोह स्थल के पास पुलिस को रिवाल्वर या अन्य हथियार ले जाने से मना कर दिया गया था। हालांकि, व्यक्तिगत सुरक्षा में कई अधिकारी सादे लिवास में हथियार के साथ तैनात थे। सुरक्षा में दर्जनों पुलिस पदाधिकारियों के अलावा ढ़ाई सौ लाठी पार्टी को लगाया गया था। इसके अलावा क्यूआरटी, दंगा नियंत्रण दस्ता, व्रज वाहन, अग्निशमन भी मोर्चा संभाले हुए था।